श्रीनगर: गणतंत्र दिवस समारोह में कई पत्रकारों की एंट्री पर रोक, पुलिस ने बताई वजह
नई दिल्ली। 26 जनवरी को पूरे देशभर में धूमधाम से 70वां गणतंत्र दिवस मनाया गया। मुख्य कार्यक्रम देश की राजधानी दिल्ली में आोयजित किया गया जहां बड़ी संख्या में लोग राजपथ पर परेड देखने के लिए पहुंचे थे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने झंडा फहराया और इस दौरान मुख्य अतिथि साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा भी मौजूद रहे। वहीं, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में गणतंत्र दिवस समारोह को कवर करने से कुछ पत्रकारों को रोकने के बाद विवाद बढ़ गया, जिसके बाद पत्रकार एसोसिएशन ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया।
6 फोटो-वीडियो पत्रकारों को कार्यक्रम कवर करने से रोक दिया गया
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन किया गया था जहां, नेशनल और इंटरनेशनल मीडिया संगठनों के लिए काम करने वाले 6 सीनियर फोटो-वीडियो पत्रकारों को कार्यक्रम कवर करने से रोक दिया गया। पुलिस के मुताबिक, इन पत्रकारों के खिलाफ प्रतिकूल रिपोर्ट थी। इसलिए इनको कार्यक्रम कवर करने की अनुमति नहीं दी गई।
पुलिस ने प्रतिकूल सीआईडी रिपोर्ट का दिया हवाला
वहीं, श्रीनगर में कार्यक्रम कवर करने की अनुमति ना मिलने पर पत्रकार एसोसिएशन ने पुलिस की इस कार्रवाई का विरोध किया और गणतंत्र दिवस समारोह का बहिष्कार किया। खबर के मुताबिक, इन पत्रकारों ने पुलिस के खिलाफ एक रैली भी श्रीनगर में निकाली। जबकि पूरे मामले पर जम्मू-कश्मीर पुलिस की सुरक्षा विंग ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक द्वारा साइन किए पत्र में अपना जवाब दिया है।
पत्रकारों ने किया समारोह का बहिष्कार
पत्र में लिखा गया था, ' मीडिया संगठनों से संबंधित इन पत्रकारों के खिलाफ प्रतिकूल सीआईडी रिपोर्ट पाई गई है, और निर्देशित किया जाता है कि इनको गणतंत्र दिवस समारोह स्थल पर जाने की अनुमति नहीं दी जाए।' इस पत्र में उन पत्रकारों का नाम भी लिखा था जिनकी एंट्री पर रोक लगाई गई। इनमें, APTN के ब्यूरो चीफ मेहराजउद्दीन और वीडियो पत्रकार उमर मेहराज, एएफपी के फोटो पत्रकार तवसीफ मुस्तफा, एएनआई ब्यूरो चीफ बिलाल अहमद भट्ट, रायटर्स के फोटो पत्रकार दानिश इस्माइल वानी और डेली कश्मीर उजमा के फोटो पत्रकार अमन फारूख का नाम शामिल है।