पंजाब: बची रहेगी हरमनप्रीत और मनदीप की पोस्ट, लेकिन माननी होगी ये शर्त
जालंधर। फर्जी डिग्री विवाद में फंसी भारतीय महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ी हरमनप्रीत कौर और गोल्डन गर्ल मनदीप कौर को पंजाब सरकार की तरफ से राहत भरी खबर है। पंजाब सरकार ने नरम रुख अपनाते हुए हुए दोनों खिलाड़ियों को डीएसपी पद पर बनाए रखने का फैसला किया है।
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मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पुलिस महकमें के आला अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें राहत देने का मन बना लिया है। जिससे अब साफ हो गया है कि पंजाब सरकार अब इन खिलाड़ियों पर कोई कार्रवाई नहीं करेंगी। नए फैसले के तहत सरकार इन दोनों खिलाड़ियों के सम्मान के तौर पर डीएसपी पद बनाए रखते हुए तीन सालों में डिग्री की पढ़ाई पूरी करने का मौका देगी। डिग्री हासिल करन के बाद दोनों खिलाड़ी रेगुलर तौर पर डीएसपी के पद पर वेतन सहित सभी सुविधाएं लेने की हकदार हो जाएंगी।
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उल्लेखनीय है कि अर्जुन अवार्ड हरमनप्रीत कौर की बीए की डिग्री का रिकॉर्ड न मिलने के बाद पंजाब सरकार ने उन्हें डीएसपी के पद से हटाने और उसकी मौजूदा शैक्षिक योग्यता के अनुसार कांस्टेबल का पद देने की पेशकश की थी। लेकिन सरकार की इस पेशकश को हरमनप्रीत कौर के पिता ने ठुकरा दिया था। उन्होंने कहा था कि इसी डिग्री के सहारे हरमनप्रीत को रेलवे ने नौकरी पर रखा था। हरमनप्रीत ने पंजाब पुलिस में डीएसपी का पद पाने के लिए रेलवे की नौकरी छोड़ दी थी।
ऐसी ही स्थिति अंतरराष्ट्रीय एथलीट मनदीप कौर की है। मनदीप को पंजाब सरकार ने इसलिए डीएसपी पद से हटा दिया था क्योंकि सरकार का कहना था कि वे ग्रेजुएट नहीं हैं। उन्होंने नियुक्ति पत्र लेते समय ग्रेजुएट न होने की बात स्पष्ट नहीं की थी। तब सरकार का कहना था कि खेल कोटे से डीएसपी पद पर नियुक्ति के लिए खिलाड़ी का ग्रेजुएट होना अनिवार्य है।
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