महाकाल के दर्शन करने आए सीएम कमलनाथ के भांजे, नियम तोड़कर दिया VIP ट्रीटमेंट
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के रिश्तेदार उज्जैन में महाकाल के दर्शन करने पहुंचे तो उनके साथ पूरा प्रशासनिक अमला पहुंच गया। प्रशासनिक अधिकारियों ने वीआईपी मूवमेंट की तर्ज पर सीएम कलमनाथ के रिश्तेदारों को उज्जैन भ्रमण करवाया। इस दौरान तीन पुलिस वाहन, दो प्रशासनिक वाहन, एक एंबुलेंस सहित अन्य वाहन उनके साथ रहे। इसको लेकर अब सियासत गरमाने लगी है और बीजेपी ने सीएम कमलनाथ पर प्रशासनिक अमले के दुरुपयोग आरोप लगाया है।
सीएम कमलनाथ के भांजे और भांजी को वीआईपी ट्रीटमेंट
उज्जैन के प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए आने पर कमलनाथ के भांजे और भांजी को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया गया। इससे पहले, उन्होंने मंगलनाथ मंदिर में आधे घंटे तक पूजा की। इस दौरान भी बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी और अन्य प्रशासनिक अधिकारी उनके आगे-पीछे चलते रहे। सूत्रों के अनुसार, नई सरकार का डर इतना अधिक है प्रदेश की नौकरशाही में, कि कोई भी सीएम कमलनाथ के रिश्तेदारों को पर्याप्त सुविधाएं दिए जाने के मामले में जोखिम नहीं लेना चाहता था।
किसी कर्मचारी को कमलनाथ के रिश्तेदारों का नाम तक नहीं पता
वहीं, हैरानी की बात ये थी कि किसी अधिकारी या मंदिर प्रबंध समिति के किसी कर्मचारी को मुख्यमंत्री कमलनाथ के रिश्तेदारों का नाम तक नहीं पता था। महाकाल मंदिर को एक पत्र जारी किया गया था जिसमें कमलनाथ के परिवार के दर्शन के लिए आने का जिक्र था। नियमों के अनुसार, ये रिश्तेदार किसी प्रोटोकॉल के दायरे में नहीं आते हैं और ना ही इनको वीआईपी ट्रीटमेंट देने का प्रावधान है। प्रशासन अभी तक इस मामले में चुप्पी साधे है।
बीजेपी ने प्रशासनिक अमले के दुरुपयोग का लगाया आरोप
दूसरी तरफ, इसको लेकर राजनीति गरमाने लगी है। बीजेपी ने राज्य की कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा है। बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी ने कहा कि कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी, जो आईटी के रडार पर हैं, उनको इस प्रकार की ट्रीटमेंट दी जा रही है जबकि मरीजों को भी यहां एम्बुलेंस नहीं मिल रही है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि इससे शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता है।