'मोदी के भगत' कहने पर भड़के चेतन भगत, अल्पेश ठाकोर को दिया करारा जवाब
नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा लाल किले को रखरखाव के लिए डालमिया ग्रुप को सौंपा है, लेकिन इस मसले पर अब राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस सरकार के इस फैसले का विरोध कर रही है। कांग्रेस सरकार पर लाल किले को बेचने का आरोप लगाया है। वहीं मशहूर लेखक चेतन भगत ने सरकार के फैसले का समर्थन करते हुए ट्वीट किया है। चेतन भगत के इस ट्वीट पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए उन्हें मोदी भगत बता दिया। हालांकि चेतन ने कांग्रेस नेता को मुंहतोड़ जवाब दिया है।
चेतन भगत ने किया सरकार का समर्थन
लेखक चेतन भगत ने सरकार के इस फैसले का समर्थन करते हुए उनका समर्थन किया और लिखा कि अगर आप किसी को अपना घर साफ करने के लिए रखा जाता है तो इसका मतलब यह नहीं है कि आपने अपना घर बेच दिया है। चेतन ने लिखा कि लाल किले को बेचा नहीं गया है। यह सरकार द्वारा कुछ पैसे बचाने और इमारत को सुरक्षित रखने का नायाब तरीका है।
कांग्रेस ने बताया मोदी भगत
चेतन भगत के इस ट्वीट के बाद गुजरात से कांग्रेस के विधायक अल्पेश ठाकोर ने उन्हें 'मोदी के भगत' बता दिया। अल्पेश ठाकोर ने ट्विट कर चेतन को मोदी भगत बताया, हालांकि उन्हें अपने इस कटाक्ष का करारा जवाब भी मिल गया। अल्पेश ठाकोर के ट्वीट के जवाब में चेतन भगत ने लिखा कि सर भगवान ने थोड़ा दिमाग दिया है,इसीलिए अपनी राय रखता हूं। उन्होंने लिखा कि मैंने कई बार गवर्मेंट की निंदा भी की है। ऐसी गलत बात मत कीजिए, आप पर शोभा नहीं देता।
डालमिया ग्रुप के पास लालकिला
केंद्र सरकार ने 'एडॉप्ट ए हेरिटेज' स्कीम के तहत लाल किले के रखरखाव के लिए उसे डालमिया ग्रुप को सौंपने का फैसला किया है। डालमिया ग्रुप ने 17वीं सदी की इस ऐतिहासिक इमारत को 25 करोड़ रुपए का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है। पर्यटन राज्य मंत्री महेश शर्मा के मुताबिक ऐसा ऐतिहासिक भवनों को संरक्षण और पर्यटकों को अधिक सुविधाएं देने के लिए किया गया है। सरकार ने साफ किया है कि इन कंपनियों को मुनाफा कमाने की इजाजत नहीं दी गई है। इन इमारतों से होने वाली कमाई इन्हीं के रख-रखाव पर खर्च की जाएगी।