कोरोना के चलते मंदी की मार, इस महीने की सैलरी कटकर मिलेगी
नई दिल्ली। वैश्विक महामारी घोषित हो चुका कोरोना वायरस का प्रकोप अब एयरलाइन उद्योग पर भी दिखने लगा है। भारत की दो बड़ी एयरलाइंस इंडिगो और विस्तारा को बड़े आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है, ये दोनों परिचालन पूरी तरह बंद होने की कगार पर पहुंच गए हैं। ऐसे में दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस का विमान सेवाओं पर भी बहुत बुरा असर पड़ा है। महामारी के कारण आय में कमी के चलते इंडिगो, एयर इंडिया सहित कई विमान सेवा कंपनियों ने कर्मचारियों को वेतन में कटौती का फैसला किया है।
संकट में इंडिगो का अस्तित्व
कोरोना वायरस को लेकर पहले ही मुश्किलों का सामना कर रहे इंडिगो एयरलाइन के कर्मचारियों को अब कंपनी ने बड़ा झटका दिया है। गुरुवार को इंडिगो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रोनोजॉय दत्ता ने बताया कि कंपनी ने कर्मचारियों के वेतन में कटौती करने का फैसला लिया है, वह खुद भी 25 प्रतिशत कम वेतन लेंगे। रोनोजॉय दत्ता ने कहा, कोरोना वायरस के चलते कंपनी को आय की कमी से जूझना पड़ रहा है, इससे इंडिगो का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है।
एयर इंडिया ने भी की वेतन में कटौती
इंडिगो के सीईओ ने बताया कि वरिष्ठ उपाध्यक्ष और अन्य शीर्ष प्रबंधन के सैलरी में 20 प्रतिशत की कटौती की जाएगी, जबकि कॉकपिट चालक दल के सदस्य 15 प्रतिशत वेतन में कटौती करेंगे। उन्होंने बताया कि Covid-19 के चलते उड़ानों पर लगे प्रतिबंध से न सिर्फ इंडिगो बल्कि दुनिया भर की लगभग सभी एयरलाइन कंपनियां गंभीर रूप से प्रभावित हुई हैं। प्रतिबंधों के परिणामस्वरूप बढ़ते वित्तीय घाटे के कारण एयर इंडिया ने भी अपने कर्मचारियों के लिए पांच प्रतिशत की कटौती की घोषणा की है।
सरकारी सहायता के बिना जीवित नहीं रह सकता एयरलाइन उद्योग
भारत सरकार द्वारा भी उड़ानों को रद्द करने और प्रतिबंध लगाने से कई एयरलाइंस कंपनियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। सिर्फ भारतीय एयरलाइंस ही नहीं, बल्कि लुफ्थांसा सहित कुछ शीर्ष वैश्विक एयरलाइंस मौजूदा परिस्थितियों के कारण पीड़ित हैं। लुफ्थांसा ने पहले ही घोषित कर दिया है कि एयरलाइन उद्योग सरकारी सहायता के बिना जीवित नहीं रह सकता। इस बीच अमीरात समूह ने अपने कर्मचारियों को इस महीने की शुरुआत में बिना सैलरी के छुट्टी पर जाने को कहा है।