जम्मू-कश्मीर: निर्मल सिंह को हटाकर कविंदर गुप्ता को इसलिए दी गई डिप्टी सीएम पद की जिम्मेदारी!
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर की बीजेपी-पीडीपी गठबंधन सरकार में अहम बदलाव देखने को मिला है। सोमवार को महबूबा मुफ्ती मंत्रिमंडल के फेरबदल से पहले प्रदेश के डिप्टी सीएम निर्मल सिंह ने इस्तीफा दे दिया। उनकी जगह बीजेपी विधायक कविंदर गुप्ता को प्रदेश का नया डिप्टी सीएम बनाया गया। सोमवार को हुए शपथ ग्रहण समारोह में गांधीनगर से बीजेपी विधायक कविंदर गुप्ता ने मंत्री पद की शपथ ले ली है। हालांकि जिस तरह से ये बदलाव किया गया इसकी कुछ वजहें बताई जा रही हैं। सूत्रों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में पिछले दिनों जिस तरह के हालात नजर आए ये बदलाव उसी के आधार पर किया गया है।
कठुआ मामले की वजह से हुआ इस्तीफा
जम्मू-कश्मीर के डिप्टी सीएम पद से निर्मल सिंह के इस्तीफे के पीछे सबसे अहम वजह कठुआ मामला माना जा रहा है। दरअसल जिस तरह से कठुआ गैंगरेप और मर्डर मामले में निर्मल सिंह ने प्रदेश की सीएम महबूबा मुफ्ती का समर्थन किया, इससे उनकी पार्टी के कई नेता खुश नहीं थे। प्रदेश बीजेपी के कई नेताओं की मांग थी कि कठुआ मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए, जबकि निर्मल सिंह ने क्राइम ब्रांच से जांच का समर्थन किया। इससे पार्टी आलाकमान खुश नहीं था।
महबूबा मुफ्ती से अच्छा समीकरण भी एक वजह
सूत्र बता रहे हैं कि निर्मल सिंह के सीएम महबूबा मुफ्ती से अच्छे समीकरण थे। एक तरह से वो बीजेपी और पीडीपी गठबंधन को साथ लेकर चलते थे। हालांकि कठुआ मामले में जिस तरह से निर्मल सिंह ने महबूबा मुफ्ती का साथ दिया, इसको लेकर प्रदेश बीजेपी के कई नेताओं ने सवाल खड़े किए। निर्मल सिंह के महबूबा मुफ्ती का समर्थन करना भारी पड़ा और उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा।
महबूबा मंत्रिमंडल में अहम बदलाव
सूत्र बता रहे हैं कि जम्मू-कश्मीर में बदले सियासी माहौल के बीच दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने अहम बैठक की। इसमें राम माधव समेत पार्टी के कई बड़े नेता शामिल हुए। इसी बैठक में नए डिप्टी सीएम के तौर कविंदर गुप्ता का नाम फाइनल किया गया। कविंदर गुप्ता, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के करीबी माने जाते हैं। इससे पहले कविंदर गुप्ता जम्मू-कश्मीर विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे थे। अब निर्मल सिंह जम्मू-कश्मीर विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालेंगे।
छवि में बदलाव के लिए उठाया गया कदम
माना जा रहा है कि इस बदलाव के पीछे सबसे अहम वजह ये भी है कि पार्टी प्रदेश में अपनी इमेज में बदलाव लाना चाहती है। सूत्र बता रहे हैं कि बीजेपी आलाकमान को ऐसी रिपोर्ट मिली है, जिसके मुताबिक जम्मू में पार्टी पीडीपी के सामने समर्पित हो चुकी है। ऐसे में पार्टी अपनी तय नीतियों से भटक गई है। इस बदलाव के जरिए पार्टी नए सिरे से रणनीतिक तैयारी में जुटने की योजना बनाई है।
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