सीमा पर जो होता है उसका असर रिश्तों पर पड़ता है, भारती-चीन तनाव पर बोलो एस जयशंकर
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच सीमा को लेकर विवाद चल रहा है। हालात काफी तनावपूर्ण बने हुए हैं। गलवान हिंसा और उसके बाद अन्य जगहों पर चीनी घुसपैठ के असफल प्रयास के बाद यह तल्खी और बढ़ती जा रही है। इस बीच, विदेश मंत्री जयशंकर ने गुरुवार को भारत-चीन विवादों को लेकर साफतौर पर कहा कि सीमा पर जो होता है उसका दोनों देशों के रिश्तों पर असर पड़ेगा।
एक किताब के विमोचन के मौके पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, दोनों देशों के लिए एक समझौते पर पहुंचना महत्वपूर्ण है, यह केवल उनके लिए अहम नहीं है बल्कि दुनिया के लिए भी यह मायने रखता है। भारत चीन सीमा विवाद पर विदेश मंत्री ने कहा कि उन्हें पूरा यकीन है कि कूटनीति के दायरे में समाधान निकालना होगा।
दोनों देशों के बीच गलवान घाटी में जून के मध्य में हिसंक झड़प हो गई थी, जिसके बाद से माहौल और तनावपूर्ण हो गया था। इस झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हुए थे तो वहीं, चीन के कई सैनिक मारे गए थे। हालांकि, इसके बाद फिर से दोनों देशों के बीच टकराव की स्थिति सामने आई थी, जब पिछले महीने 29-30 अगस्त और 31 अगस्त की रात चीन ने उकसावेपूर्ण कार्रवाई की थी। इसके बाद, सीमा पर तनाव बढ़ गया था।
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वहीं, भारत ने सीमा को सुरक्षित करने के लिए अपनी पोजीशन बदली है। इस मामले की की जानकारी रखने वाले व्यक्ति ने कहा कि चुशुल सेक्टर में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की घुसपैठ की कोशिश के बाद सैनिकों ने अपने पोजिशन को पहले से और मजबूत कर लिया है।