रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट, एक दिन पहले ही पीयूष गोयल जताई थी सरकारी मदद की उम्मीद
नई दिल्ली। कोरोना संकट के दौरा में देशव्यापी लॉकाउन के चलते भारतीय उद्योगों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है। रियल एस्टेट कंपनियां भी इस महामारी के प्रकोप से अछूती नहीं हैं। बुधवार को रियल एस्टेट सेक्टर की समस्याओं को लेकर वेबिनार का आयोजन किया गया जिसमें केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के सामने सेक्टर में आने वाली दिक्कतों को रखा गया। हालांकि पीयूष गोयल ने इस पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया है लेकिन उनके बयान के एक दिन बाद ही गुरुवार को रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई है।
गुरुवार को शेयर मार्केट बंद होने तक गोदरेज प्रॉपर्टीज के शेयर (4.12 प्रतिशत नीचे), सनटेक रियल्टी (1.88 प्रतिशत नीचे), फीनिक्स मिल्स (1.81 प्रतिशत नीचे), इंडियाबुल्स रियल एस्टेट (1.41 प्रतिशत नीचे), सोभा (0.86 प्रतिशत नीचे) और डीएलएफ शेयर्स में 0.13 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। बता दें कि कंपनियों के शेयर्स में उस समय गिरावट दर्ज की गई है जब केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल द्वारा डेवलपर्स को कीमतों को कम करने और इन्वेंट्री बेचने की बात कही थी।
सरकार ने कोरोना संकट में अब तक इस क्षेत्र की मदद के लिए रियल एस्टेट परियोजनाओं को पूरा करने के लिए छह महीने के विस्तार की अनुमति दी है। इसने मध्यम आय वर्ग के लिए क्रेडिट लिंक सब्सिडी योजना को भी मार्च 2021 तक एक साल के लिए बढ़ा दिया है। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा था कि अगर आप में से किसी को भी लगता है कि सरकार इस तरह से वित्त कर सकेगी कि आप अधिक समय तक टिके रह सकते हैं और बाजार में सुधार होने की प्रतीक्षा कर सकते हैं, लेकिन इसकी संभावना बहुत कम है कि बाजार में अब जल्दी सुधार होगा। इस दौरान गोयल ने डेवलपर से रेलवे के पास पड़ी जमीन का बेहतर उपयोग करने का भी सुझाव दिया था।
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