आरबीआई का श्रीलंका से 40 करोड़ डॉलर मुद्रा की अदला-बदली का करार
नई दिल्ली। श्रीलंका ने शुक्रवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के साथ 40 करोड़ यूएस डॉलर की मुद्रा की अदला-बदली के करार पर हस्ताक्षर किए हैं। ये समझौता नवंबर 2022 तक मान्य होगा। कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायोग ने इसकी जानकारी दी है। इस करार से कोरोना संकट के बीच श्रीलंका अपने विदेशी मुद्रा भंडार को मजबूत करने में मदद मिलेगी और देश की वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने में भी मददगार होगा।
आरबीआई के साथ इस करार से श्रीलंका को लघु अवधि की अंतरराष्ट्रीय नकदी जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी। इस साल मार्च में प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने वित्त मंत्री के तौर पर रिजर्व बैंक के साथ वित्तीय सुविधा के करार संबंधी प्रस्ताव को रख था, जिसे कैबिनेट ने मंजूरी दी थी। प्रस्ताव पास होने के बाद श्रीलंका की ओर से कहा गया था कि इससे कोविड-19 महामारी से बुरी तरह प्रभावित उनके देश को वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने में भी मदद मिलेगी। साथ ही देश के विदेशी मुद्रा भंडार को मजबूत होगा। अब इस करार पर दस्तखत हो गए हैं और ये 2022 तक मान्य है।
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के चलते श्रीलंका के विदेशी मुद्रा भण्डार में ते गिरावट आई है। बैंकों में अतिरिक्त निवेश, राहत इंतजामों पर होने वाले खर्च और आयात की वजह से श्रीलंका का विदेशी मुद्रा भण्डार तेजी से गिरा है। जिससे देश की करेंसी कमजोर हुई है। ऐसे में अपनी मुद्रा को मजबूती देने के लिए श्रीलंकाई सरकार आरबीआई से मुद्रा की अदला-बदली कर रही है। इस करार के तहत आरबीआई श्रीलंका को उसकी करेंसी के बदले मौजूदा विनिमय दरों पर 40 करोड़ डॉलर देगा और बाद में इसी दर पर फिर सौदा होगा, यानी श्रीलंका सरकार आरबीआई से अपनी मुद्रा वापस लेकर 40 करोड़ डॉलर उसे लौटा देगा।
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