आरबीआई का दावा, बैंकों में पड़े 11,300 करोड़, कोई नहीं है पैसों का दावेदार
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया( आरबीआई) की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि 64 बैंकों में तीन करोड़ खाताधारकों के खाते में 11 हजार 302 करोड़ की धनराशि पड़ी हुई है जिसका कोई दावेदार ही नहीं है। इस रकम में सबसे ज्यादा स्टेट बैंक में 1,262 करोड़ है जबकि पंजाब नैशनल बैंक में 1,250 करोड़ और अन्य सरकारी बैंकों में कुल मिलाकर 7,040 करोड़ रुपये ऐसे हैं जिनका कोई दावेदार नहीं है। टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, यह रकम पूरे भारत में बैंकों में जमा 100 लाख करोड़ रुपए का एक छोटा सा भाग ही है।
आईआईएम बेंगलुरु में पूर्व आरबीआई चेयर प्रोफेसर चरण सिंह ने बताया कि, 'इस जमा धन में ज्यादातर रकम ऐसे खाता धारकों की हो जिनकी मौत हो चुकी है या जिनके पास कई बैंकों में अकाउंट हैं। ऐसी संभावना नहीं है कि इसमें से ज्यादातर या कुछ रकम बेनामी हो।'
बैंकिंग रेग्युलेशन ऐक्ट 1949 के सेक्शन 26 के मुताबिक हर साल साल खत्म होने के बाद बैंकों को अपने ऐसे खातों की जानकारी आरबीआई को देनी होती है जिन्हें 10 से कोई ऑपरेट नहीं कर रहा है। वहीं कोई व्यक्ति अगर 10 साल बाद अपने रकम पर दावा करता है तो बैंकों को वह राशि देने के लिए बाध्य है।
आरबीआई के मुताबिक, 7 प्राइवेट बैंकों ऐक्सिस, डीसीबी, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, इंडसइंड, कोटक महिंद्रा और यस बैंक के पास ऐसी कुल 824 करोड़ रुपये की धनराशि जमा है जिनका कोई भी दावेदार नहीं है। 12 अन्य प्राइवेट बैंकों के पास 592 करोड़ रुपये जमा हैं। इस तरह से प्राइवेट बैंकों में 1,416 करोड़ रुपयों का कोई दावेदार नहीं है। प्राइवेट बैंकों में सबसे ज्यादा आईसीआईसीआई के पास 476 करोड़ और कोटक महिंद्रा बैंक के पास 151 करोड़ रुपये की रकम ऐसी जमा है जिसका कोई दावेदार नहीं है।