NPA और नोटबंदी को लेकर संसदीय समिति के सामने पेश हुए RBI गवर्नर उर्जित पटेल
नई दिल्लीः रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर उर्जित पटेल मंगलवार को वीरप्पा मोइली वाली अध्यक्षता वाली संसदीय समिति के सामने पेश हुए। समिति ने उर्जित पटेल से पंजाब नेशनल बैंक घोटाले, बैंकों में बढ़ते एनपीए, नकदी के समस्या और नोटबंदी को लेकर सवाल पूछे। गवर्नर उर्जित पटेल ने समिति को बैंकिंग सिस्टम को मजबूत करने का भरोसा दिलाया।
संसदीय समिति ने पूछा उर्जित पटेल से सवाल
वीरप्पा मोइली वाली अध्यक्षता वाली संसदीय समिति ने उर्जित पटेल से पूछा कि देश के बैंकों में हुए घोटालों के बारे में आपको कैसे पता नहीं चला। बैठक में बढ़ते एनपीए पर भी चर्चा हुई। सवाल किया गया कि आने वाले समय में ऐसा कुछ न हो इसके लिए क्या कदम उठाए गए हैं।
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उर्जित पटेल ने दिया समिति को धमकी
उर्जित पटेल ने समिति को बताया कि बैंकिंग क्षेत्र के एनपीए संकट को हल करने के लिए उपाय करने शुरू कर दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक, उर्जित पटेल ने समिती से कहा कि दिवालिया कानून से स्थिति में सुधार आ रहा है। फंसा कर्ज कम हो रहा है। विवादों के समाधान के लिए बेहतर सिस्टम बनाया जा रहा है। उर्जित पटेल ने समिती को भरोसा दिलाया कि वो जल्द ही इस संकट से निकल आएंगे।
नोटबंदी के बाद बनी थी ये समिति
बता दें, इससे पहले उर्जित पटेल समिति के सामने 17 मई को पेश हुए थे। उस समय भी उर्जित पटेल को काफी मुश्किल सवालों का सामना करना पड़ा था। पीएम मोदी ने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा की थी, जिसमें 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट बंद कर दिए गए थे। नोटबंदी के बाद ही यह संसदीय समिति बनाई गई थी।
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