कोरोना वायरस बड़ी चुनौती, भीड़भाड़ से बचने के लिए अपनाएं डिजिटल बैंकिंग: आरबीआई गवर्नर
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि कोरोना वायरस का अर्थव्यवस्था पर बुरा असर देखने को मिल सकता है और घरेलू आर्थिक विकास में मंदी आ सकती है। दास ने कहा, भारत इस महामारी से बचा नहीं है, 100 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। इसे खत्म करने के लिए सरकार बड़े स्तर पर प्रयास कर रही है। लोग भी सतर्क रहें, भीड़भाड़ वाली जगह पर ना जाएं। भीड़ से बचने के लिए डिजिटल बैंकिंग एक बेहतर विकल्प है, लोग इसका इस्तेमाल करें।
दास ने कहा कि कोरोनावायरस के चलते भारत की जीडीपी ग्रोथ पर भी असर होना तय है। कोरोना से बचाव के लिए सरकार की ओर से कई कदम उठाए जा रहे हैं। एमपीसी की बैठक में कोरना के असर पर भी चर्चा होगी। जो भी कदम जरूरी होंगे, वो उठाए जाएंगे।
सोमवार दोपहर प्रेस कॉन्फ्रेंस में यस बैंक को लेकर शक्तिकांत दास ने कहा कि यस बैंक के खाताधारकों का पैसा पूरी तरह से सुरक्षित है उन्हें चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं। यस बैंक को मुश्किल से निकालने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक और भारत सरकार लगातार काम कर रहे हैं। नकदी निकालने पर जो पाबंदियां लगाई गई हैं, उनको बुधवार 18 मार्च शाम 6 बजे हटा दिया जाएगा। बैंक के ग्राहक अभी 50 हजार से ज्यादा नहीं निकाल सकते हैं।
दास ने यस बैंक को लेकर कहा, यस बैंक की पहचान बनी रहेगी और इसका नया बोर्ड 26 मार्च को चार्ज लेगा। राज्य सरकारों को यस बैंक से पैसा निकालने की जरुरत नहीं। प्राइवेट सेक्टर के बैंक की सेहत अच्छी है और यस बैंक के पास पर्याप्त नकदी है। यस बैंक को जरूरत के हिसाब से नकदी उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि पीएमसी और यस बैंक के मामले अलग-अलग हैं। दोनों बैंकों की आपस में तुलना नहीं कर सकते।
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