बिल की कॉपी फाड़ने पर भड़के रविशंकर, कहा-कोई देश नहीं तोड़ सकता
नई दिल्ली। लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान सोमवार को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस विधेयक पर ऐतराज जताते हुए इसकी प्रति फाड़ दी। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ओवैसी संसद के वरिष्ठ सदस्य हैं और उन्होंने जो किया है वो सदन का अपमान है। वहीं उन्होंने कहा कि, किसी की हिम्मत नहीं है भारत का बंटवारा कर दे। ये देश मजबूत है।
ओवैसी के देश के बंटवारे वाली बात पर केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि किसी की हिम्मत नहीं है भारत का बंटवारा कर दे। ये देश मजबूत है। हिन्दू, मुस्लिम, सिख, क्रिश्चियन, सब मिलकर साथ रहते हैं और इस देश को आगे बढ़ाते हैं।अब इस देश को कोई नहीं तोड़ सकता। बिल की कॉपी फाड़ने पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ओवैसी संसद के वरिष्ठ सदस्य हैं और उन्होंने जो किया है वो सदन का अपमान है।
इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को नागरिकता संशोधन विधेयक लोकसभा में पेश किया। जैसे ही विधेयक को पेश किया गया, विपक्ष ने इसका विरोध शुरू कर दिया। कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने इस विधेयक के प्रावधानों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इस विधेयक का मकसद सिर्फ अल्पसंख्यकों को निशाना बनाना है। सिटीजन बिल पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी और तेलंगाना राष्ट्र समिति ने विरोध दर्ज कराया।
#WATCH AIMIM leader Asaduddin Owaisi tore a copy of #CitizenshipAmendmentBill2019 in Lok Sabha. pic.twitter.com/C6a59Kefq6
— ANI (@ANI) December 9, 2019
बिल का विरोध करते हुए कांग्रेस के मनीष तिवारी ने कहा, यह बिल असंवैधानिक है, संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। जिन आदर्शों को लेकर बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने संविधान की रचना की थी, यह उसके भी खिलाफ है। उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून में आठ बार संशोधन किया गया है लेकिन जितनी उत्तेजना इस बार है, उतनी कभी नहीं थी। तिवारी ने कहा कि संविधान का अनुच्छेद 14 किसी भी व्यक्ति को भारत के कानून के समक्ष बराबरी की नजर से देखने की बात कहता है। लेकिन यह बिल बराबरी के सिद्धांत के खिलाफ है।
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