संत रविदास मंदिर विवाद: भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर समेत 96 लोग 14 दिन की न्यायिक हिरासत में
गिरफ्तार हुए 96 लोग 14 दिन की न्यायिक हिरासत में
नई दिल्ली। दिल्ली के तुगलकाबाद में रविदास मंदिर गिराए जाने के विरोध में प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किए गए 96 लोगों को गुरुवार को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इनमें भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर और कई दूसरे संगठनों से जुडे कार्यकर्ता भी शामिल हैं। चंद्रशेखर की गिरफ्तारी के बाद उन पर गोविंदपुरी पुलिस स्टेशन में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
बुधवार को दिल्ली में देशभर से बड़ी तादाद में लोग मंदिर गिराए जाने के विरोध में इकट्ठा हुए थे, जिसमें खासतौर से दलित समुदाय के लोग थे। विरोध प्रदर्शन के दौरान कई जगहों से पर हिंसा भी हुई थी। जिसके बाद पुलिस ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया था, बाद में 96 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था।
10 अगस्त को डीडीए ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली के तुगलकाबाद में कई सौ साल पुराने रविदास मंदिर को गिरा दिया था। इसके बाद से लगातार देशभर में लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार को दिल्ली में विरोध प्रदर्शन हुआ था। बुधवार सुबह दिल्ली के अंबेडकर भवन से निकली दलित समाज की रैली रामलीला मैदान से होती हुई शाम को दिल्ली के तुगलकाबाद की ओर रवाना हुई थी। इस दौरान पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज भी किया। पुलिस के लाठीचार्ज का विपक्ष के कई नेताओं ने कड़ा विरोध किया है।
तुगलकाबाद स्थित 15वीं सदी के संत रविदास का एक मंदिर है, जिसे ढहा दिया गया। डीडीए का दावा था कि मंदिर अवैध तरीके से कब्जा की गई जमीन पर बना था। काफी लंबे समय से ये मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा था। अदालत के आदेश पर ही मंदिर गिराया गया। मंदिर गिराए जाने के बाद दलित समाज के लोगों में काफी रोष देखने को मिल रहा है। प्रदर्शन में शामिल कई लोगों ने कहा कि दलितों के लिए रविदास भगवान ही हैं।