विदेश मंत्रालय ने कहा- 2+2 वार्ता में अमेरिका से नागरिकता कानून पर नहीं हुई बात
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई रिकॉर्ड चार मुलाकातों के बाद बुधवार की टू प्लस टू वार्ता हुई थी। गुरुवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि, बैठक सकारात्मक और सफल रही। बैठक शुरू होने से पहले रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री ने अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठक की। उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प से भी मुलाकात की।
जब रवीश कुमार से पूछा गया कि, क्या 2+2 मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ द्वारा नागरिकता संशोधन विधेयक का मुद्दा उठाया गया, इस पर विदेश मंत्रालय के रवीश कुमार ने बताया, 'यह भारत का आंतरिक मुद्दा है। इसलिए इस मीटिंग में इसपर चर्चा नहीं की गई। इससे पहले नागरिकता संशोधन कानून पर अमेरिका ने कहा है कि नागरिकता और धार्मिक स्वतंत्रता जैसे मुद्दों पर देश के अंदर बहस होने को लेकर भारतीय लोकतंत्र का सम्मान करता है।
पीओके के मुद्दे पर रवीश कुमार ने कहा कि, हमने ऐसी रिपोर्टें देखी हैं। जिसमे पीओके सरकार द्वारा जारी एक आदेश जारी किया गया है। उन्होंने कुछ सेवाओं के नाम को बदल दिया है। हम इसकी जाँच कर रहे हैं लेकिन नामकरण बदलने से तथ्य नहीं बदलते है। पाकिस्तान ने एक ऐसे क्षेत्र पर कब्जा कर रखा है। जो भारत की हिस्सा है।
रवीश कुमार ने कहा कि, बांग्लादेश के साथ बैठक के स्थगित / रद्द होने के बारे में कुछ टिप्पणियां हुई हैं। हमें यह समझना होगा कि बांग्लादेश के साथ 75 से अधिक संवाद होने हैं। बैठकों के लिए तारीख आपसी परामर्श से तय की जाती हैं। भारत और बांग्लादेश के बीच उतनी ही निकटता है। इसे किसी यात्रा के स्थगन से परिभाषित नहीं किया जाना चाहिए। बांग्लादेश ने यात्रा स्थगित करने के पीछे के कारण भी बताए हैं।
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