62 में भारत-चीन के युद्ध ने तोड़ दिया था रतन टाटा का शादी का सपना, दादी से मिली थी जिंदगी में हिम्मत
मुंबई। टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा अब इस समय सोशल मीडिया के फेवरिट बन गए हैं। उनकी पोस्ट्स पर लोग कई तरह से कमेंट करते हैं और उसे काफी लाइक भी करते हैं। रतन टाटा ने अब सोशल मीडिया पर उनकी ही तरह मशहूर ह्यूमंस ऑफ बॉम्बे को इंटरव्यू दिया है। इस इंटरव्यू में उन्होंने अपने प्यार और अपनी शादी के अलावा अपने माता-पिता के तलाक तक के बारे में खुलकर बातें की हैं। उन्होंने यह भी बताया है कि कैसे वह मुंबई जो उस समय बॉम्बे था, वहां से लंदन गए थे और माता-पिता के तलाक के बाद जिंदगी को पटरी पर लाने की कोशिशें कीं। रतन टाटा का इंटरव्यू उनकी सोशल मीडिया पोस्ट की तरह ही वायरल हो गया है।
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तलाक के बाद दादी ने पाला
टाटा ने अपने इस इंटरव्यू में बताया है कि उनकी दादी से उन्हें जिंदगी के आदर्श मिले हैं जिनके साथ उन्होंने कई सुनहरे पल बिताए हैं। रतन टाटा ने बताया, 'मेरा बचपन काफी खुशहाल था लेकिन जैसे-जैसे मेरा भाई और मैं बड़े हो रहे थे, हमें अपने माता-पिता के तलाक की वजह से कई तरह की मुश्किलें और व्यक्तिगत असहजता का सामना करना पड़ा। आजकल के दिनों की तरह उन दिनों तलाक बहुत सामान्य नहीं था। लेकिन मेरी दादी ने हमें हर संभव तरीके से पाल पोसकर बड़ा किया।' उन्होंने आगे कहा, 'तुरंत ही जब मेरी मां ने दूसरी शादी की ली तो स्कूल में बाकी लड़कों ने हमारे बारे में हर तरह की बातें करना शुरू कर दिया था।' टाटा के शब्दों में, 'ऐसे शब्द जो काफी आक्रामक थे हमें सुनने पड़ते थे। लेकिन हमारी दादी ने हमें सिखाया कि कैसे हर कीमत पर रोजाना हमें अपना सम्मान बचाए रखना है, एक ऐसा आदर्श जो आज तक मेरे साथ है।
दादी की बताईं बातें आज तक दिमाग में
उन्होंने बताया था कि कैसे इन स्थितियों से दूर रहना है नहीं तो हम इसके खिलाफ लड़ाई पर उतारू हो जाते।' रतना टाटा जो आज कई लोगों के आदर्श हैं उन्होंने अपनी दादी को उन्हें नैतिकता और बेहतर आचरण जैसी बातों को सिखाने का श्रेय दिया है। टाटा ने इसके बाद द्वितीय विश्व युद्ध का जिक्र अपने इंटरव्यू में किया है। उन्होंने कहा, 'मुझे आज तक याद है कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद मेरी दादी मुझे और मेरे भाई को छुट्टियों के लिए लंदन लेकर गई थीं। यहीं पर उन्होंने हमें नैतिकता का जो पाठ पढ़ाया वह आज तक मेरे साथ है।' टाटा ने कहा, 'वह अक्सर हमें कहतीं, 'ऐसा मत कहो' या फिर 'उस बारे में चुप रहो' और यहीं से हमें पता लगा कि सम्मान हर चीज से ऊपर है और यही बात हमारे दिमाग में बस गई।'
पिता की जिद के आगे मजबूर टाटा
टाटा ने कहा कि यह कहना बहुत मुश्किल है कौन सही था या फिर कौन गलत। उन्होंने बताया है, 'मैं वॉयलिन बजाना चाहता था, मेरे पिता की जिद थी कि मैं प्यानो सीखूं। मैं अमेरिका में कॉलेज जाना चाहता था मगर उन्होंने कहा यूके। मैं आर्किटेक्ट बनना चाहता था मगर उनकी ख्वाहिश थी कि मैं एक इंजीनियर बनूं। अगर मेरी दादी नहीं होती तो शायद मैं अमेरिका में कॉरनेल यूनिवर्सिटी नहीं जा पाता। उनकी वजह से ही मैं मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए यहां पर एडमिशन ले सका। इसके बाद आर्किटेक्चर में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। मेरे पिता बहुत दुखी थे मगर मैं अंत में एक आत्मनिर्भर इंसान था और मेरी दादी ने मुझे सिखाया था कि कैसे अपनी बात रखने के लिए हिम्मत होनी चाहिए।'
लॉस एंजिल्स में हुआ था प्यार
टाटा ने अपने इंटरव्यू में अपने प्यार और शादी के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया है कि कैस भारत-चीन युद्ध की वजह से उनकी रिलेशनशिप टूट गई। उन्होंने कहा, 'कॉलेज के बाद मैं लॉस एंजिल्स की एक फर्म में आर्किटेक्चर की नौकरी करने लगा। यहां पर मैंने दो साल तक काम किया। यह बहुत ही अच्छा समय था, मौसम भी काफी खूबसूरत था। मेरे पास मेरी कार थी और मुझे अपनी जॉब से काफी प्यार था। लॉस एंजिल्स में ही मुझे प्यार हुआ और मैं शादी करने ही वाला था। लेकिन इसी समय मैंने फैसला किया था कि मैं थोड़े समय के लिए वापस आऊं क्योंकि मैं काफी समय से दादी से दूर था और सात सालों से उनकी तबियत भी काफी खराब थी।'
62 के युद्ध ने डाला अड़ंगा
टाटा ने आगे बताया, 'इसलिए मैं उनके पास वापस आ गया और मुझे लगा कि मैं जिस इंसान से प्यार करता हूं वह मुझसे शादी करना चाहती है और भारत आएगी। लेकिन 1962 में भारत-चीन युद्ध की वजह से उसके माता-पिता ने इस शादी के लिए रेडी नहीं थे। वह नहीं चाहते थे कि उनकी बेटी कोई ऐसा कदम उठाए और इस वजह से वह रिश्ता खत्म हो गया।' टाटा ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक मिलियन फॉलोअर्स का नया रिकॉर्ड बनाया है। इस रिकॉर्ड को लेकर उन्होंने इंस्टाग्राम पर फोटो के साथ फैंस को थैंक्यू किया। उन्होंने लिखा, 'हाल ही में मैंने जब इस पेज पर लोगों की संख्या देखी तो पता लगा यह एक नया मील का पत्थर है। मैंने जब इंस्टाग्राम ज्वॉइन किया था तो कभी इस सुखद ऑनलाइन परिवार की कल्पना नहीं की थी। मुझे आपको इसके लिए थैंक्यू कहना होगा।'