राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के चेयरमैन बोले- गाय का गोबर रोक सकता है रेडिएशन, मोबाइल में हो इस्तेमाल
राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के चेयरमैन बोले- गाय का गोबर रोक सकता है रेडिएशन, मोबाइल में हो इस्तेमाल
नई दिल्ली: राष्ट्रीय कामधेनु आयोग (RKA) के चेयरमैन वल्लभभाई कथीरिया (Vallabhbhai Kathiria) ने कहा है कि गाय के गोबर (cow dung) से बना चिप मोबाइल फोन से निकलने वाला रेडिएशन रोक सकता है। उन्होंने कहा कि रेडिएशन को गाय का गोबर कम (reduce radiation) कर सकता है। सोमवार को (12 अक्टूबर) वल्लभभाई कथीरिया ने गाय के गोबर से बनी एक चिप को लॉन्च किया है। चिप को लॉन्च करते हुए उन्होंने कहा कि ये चिप मोबाइल हैंडसेट से निकलने वाले रेडिएशन को रोक सकता है। उन्होंने इस रेडिएशन चिप (radiation chip) का नाम दिया है।
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वल्लभभाई कथीरिया ने यह भी कहा कि गाय के गोबर से सबकी रक्षा होगी, सबका उपकार होगा। ये हमें महामारी से भी बचाता है। सालों-सालों से इसका इस्तेमाल किया जा रहा है।
रेडिएशन चिप का मोबाइल में करें इस्तेमाल: वल्लभभाई कथीरिया
वल्लभभाई कथीरिया ने देशव्यापी अभियान कामधेनु दीवाली के लॉन्चिंग के दौरान ये दावा किया। उन्होंने कहा कि हमारा लक्षण है, गोबर से बने उत्पादों को बढ़ावा देना। उन्होंने कहा कि ये एक रेडिएशन चिप है, इसे आप अपने मोबाइल में रख सकते हैं। हमने जांच के दौराना पाया है कि अगर आप इस रेडिएशन चिप को मोबाइल फोन में रखते हैं तो ये आपके फोन से निकलने वाले रेडिएशन को कम कर देगा।
उन्होंने कहा कि अगर आप बीमारी से बचना चाहते हैं तो इससा इस्तेमाल कीजिए। इस चिप को 'गौसत्त्व कवच' नाम दिया गया है। 'गौसत्त्व कवच' चिप को राजकोट की श्रीजी गौशाला ने बनाया है।
गायों के संरक्षण के लिए गठित हुआ RKA
राष्ट्रीय कामधेनु आयोग (RKA) का गठन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गायों के संरक्षण और उनकी संतान के संरक्षण और मवेशी विकास कार्यक्रमों को दिशा देने के लिए किया गया था। राष्ट्रीय कामधेनु आयोग (RKA)नीति बनाने और मवेशियों से संबंधित योजनाओं के कार्यान्वयन को दिशा प्रदान करने के लिए एक उच्च शक्ति वाला स्थायी निकाय है। इसमें आजीविका उत्पादन पर अधिक जोर दिया जाता है। पशुधन अर्थव्यवस्था ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 73 मिलियन घरों को प्रभावित करती है।
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