दो महिलाओं ने बचाई एक दूसरे के पति की जान, मामला जानकर भीग जाएंगी आपकी आंखें
हैदराबाद। हैदराबाद में बेहद चौंकाने वाला और दुर्लभ मामला सामने आया है। यहां दो महिलाओं ने अपनी-अपनी किडनी एक दूसरे के पति को देकर उनकी जान बचाई। ये मामला स्वैप ट्रांसप्लांट का है। जिसमें दोनों महिलाओं के पति को किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत थी। दोनों महिलाएं अपने पति के लिए अपनी किडनी देने को तैयार थी लेकिन उनका ब्लड ग्रुप मैच नहीं हो रहा था। आखिरकार डॉक्टर्स ने इस समस्या का चौंकाने वाला हल खोज निकाला। उन्होंने स्वैप ट्रांसप्लांट के जरिए दोनों महिलाओं की किडनी एक-दूसरे के पति को देकर उनकी जान बचाने में कामयाबी हासिल की।
हैदराबाद में अपनी तरह का पहला मामला
जानकारी के मुताबिक करीमनगर के रहने वाले बिल्ला मल्लैह को हाल ही में डेक्कन अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्हें तुरंत किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत थी। उनकी पत्नी बी पद्मा उन्हें अपनी किडनी देना चाहती थी लेकिन ब्लड ग्रुप मैच नहीं होने की वजह से वो ऐसा नहीं कर सकीं। दरअसल बी पद्मा का ब्लड ग्रुप ए पॉजिटिव है, जबकि उनके पति का ब्लड ग्रुप बी पॉजिटिव है। इसी वजह से उनका किडनी ट्रांसप्लांट नहीं किया जा सका।
किडनी ट्रांसप्लांट से जुड़ा है मामला
दूसरी ओर से वारंगल के रहने वाले बनोथ राजू को भी तुरंत किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत थी। वो केआईएमएस अस्पताल में भर्ती थे। उनकी पत्नी बी सुनीता भी उन्हें अपनी किडनी देना चाहती थी लेकिन ब्लड ग्रुप मैच नहीं किया। दरअसल बी सुनीता का ब्लड ग्रुप बी पॉजिटिव था जबकि उनके पति का ब्लड ग्रुप ए पॉजिटिव था। ब्लड ग्रुप में अंतर की वजह से यहां भी किडनी ट्रांसप्लांट नहीं हो सकता था।
डॉक्टरों को बड़ी कामयाबी
आखिरकार दोनों अस्पताल के डॉक्टरों ने इस मामले का हल खोजने की कोशिश की। दोनों अस्पताल के डॉक्टर्स को इसकी जानकारी मिली कि अलग-अलग ब्लड ग्रुप की किडनी मिल सकती है। डॉक्टरों ने तुरंत स्वैप ट्रांसप्लांट की योजना बनाई। संबंधित अधिकारियों से अनुमति मांगने के बाद और दोनों परिवार से जुड़े लोगों की स्वीकृति के बाद स्वैप ट्रांसप्लांट की योजना को आगे बढ़ाया गया। दोनों महिलाओं की किडनी एक-दूसरे के पति को ट्रांसप्लांट की गई। डॉक्टरों ने सफलतापूर्वक इस ट्रांसप्लांट पूरा किया। इस तरह से दोनों महिलाओं ने अपने-अपने पति की जिंदगी बचा ली।