बेहद मुसीबतों भरी रही है रानू मंडल की निजी जिंदगी, इस बात से नाराज होकर पति ने भी छोड़ दिया था साथ
नई दिल्ली। रानू मंडल जब राणाघाट के रेलवे स्टेशन पर आने-जाने वाले मुसाफिरों के लिए गाना गाकर अपना पेट पाल रहीं थी तब उन्होंने शायद ही सोचा होगा कि एक दिन उनकी यही सुरीली आवाज उनको मशहूर कर देगी। लता मंगेशकर के गाने गाकर अपना गुजारा करने वाली रानू मंडल का नाम आज हर किसी की जबान पर है। अब वो प्लेबैक सिंगर के तौर पर बॉलीवुड में डेब्यू कर चुकी हैं। म्यूजिक डायरेक्टर हिमेश रेशमिया की अगली फिल्म हैप्पी हार्डी एंड हीर के लिए प्लेबैक सिंगिंग कर रही रानू मंडल रोज एक नई इबारत लिख रही हैं। रातों-रात स्टार बनने वाली रानू मंडल के बारे में हर कोई जानना चाहता है और इनको लेकर तरह-तरह के दावे भी किए जा रहे हैं। ऐसा ही एक दावा उनकी शादी को लेकर भी किया जा रहा है।
रानू मंडल की दो शादियां हुई थीं
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रानू मंडल की दो शादियां हुई थीं। पहले पति ने रानू को कभी खास अहमियत नहीं दी। रानू 20 साल की उम्र से ही क्लब में गाना गाया करती थीं, बेहद सुरीली आवाज होने के कारण रानू जल्द ही मशहूर हो गईं तो इससे ससुराल वालों को परेशानी होने लगी। रानू के पति को ये सब पसंद नहीं था, इसके बाद धीरे-धीरे दूरियां बढ़ने लगीं और आखिरकार पति ने रानू को छोड़ दिया।
पहले पति ने भी छोड़ दिया था साथ
रानू को पहले पति से एक बेटा और एक बेटी हैं। पति के छोड़ने के बाद रानू टूट गई थीं और उन्होंने गाना बंद कर दिया, इसके बाद साल 2000 में वे मुंबई चली गईं और उन्हें यहां पर फिरोज खान जैसे सुपरस्टार के घर में नौकरी मिल गई। कुछ समय के बाद रानू की मुलाकात बबलू मंडल से हुई। बंगाल के रहने वाले बबलू से रानू ने शादी कर ली। ये रानू की दूसरी शादी थी।
बबलू मंडल से की थी दूसरी शादी
मीडिया रिपोर्टस् के मुताबिक, बबलू एक होटल में काम करते थे। रानू की मुसीबतें कम होने की जगह फिर बढ़ गईं जब बबलू की 2003 में मृत्यु हो गई। रानू के लिए खुद को संभालना मुश्किल हो रहा था, अब रानू को मुंबई में रहना अच्छा नहीं लग रहा था और एक दिन वह फिर वापस पश्चिम बंगाल लौट गईं। पश्चिम बंगाल लौटने के बाद रानू ने फिर घूम-घूमकर गाना शुरू कर दिया। रानू की आवाज बेहद खूबसूरत थी और अब यही उनका गुजारा करने का जरिया भी।
फिर कुछ यूं बदली रानू की जिंदगी
करीब 10 सालों तक ऐसा ही चला। एक दिन रानू जब राणाघाट के रेलवे स्टेशन पर बैठकर गा रही थीं तभी वहां से सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतींद्र चक्रवर्ती गुजर रहे थे, रानू की आवाज सुनकर वे ठहर गए और रानू का गाना गाते एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। इसके बाद रानू देखते ही देखते स्टार बन गईं। आज रानू अपनी जादुई आवाज से सभी को अपना फैन बना चुकी हैं। कुछ समय पहले बेसहारा और गरीबी का जीवन गुजारने वाली रानू को अब राणाघाट की लता मंगेशकर कहा जाने लगा है।