राहुल गांधी को अध्यक्ष के रूप में देखना चाहते हैं कांग्रेस के 99.9 प्रतिशत कार्यकर्ता: रणदीप सुरजेवाला
Congress President Election: अगले साल पश्चिम बंगाल, असम समेत कई राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। बिहार की हार से सबक लेते हुए कांग्रेस (Congress) अपने संगठन को मजबूत करने की कवायद कर रही है। हाल ही में कुछ कांग्रेस नेताओं ने नए अध्यक्ष के चुनाव की बात कही थी, लेकिन लंबी मंत्रण के बाद सोनिया गांधी को फिर से कमान दे दी गई। अब कांग्रेस के नए अध्यक्ष को लेकर पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने बड़ा बयान दिया है। साथ ही बताया कि अध्यक्ष पद के लिए सबके पसंदीदा उम्मीदवार कौन हैं।
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रणदीप सुरजेवाला ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी जल्द ही एक नए अध्यक्ष का चुनाव करने की प्रक्रिया शुरू करेगी। इस चुनावी प्रक्रिया में AICC, कांग्रेस के इलेक्टोरल कॉलेज, सदस्य और कार्यकर्ता शामिल होंगे। अभी पार्टी के 99.9% सदस्य राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को अध्यक्ष के रूप में देखना चाहते हैं। हालांकि उन्होंने चुनाव की तारीखों को लेकर कुछ नहीं कहा। उम्मीद जताई जा रही है कि पश्चिम बंगाल, केरल, असम और तमिलनाडु के चुनावों से पहले कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिल जाएगा।
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने शनिवार को एक रणनीतिक बैठक बुलाई है। जिसमें पार्टी में लंबे वक्त से नाराज चल रहे नेताओं जैसे- गुलाम नबी आजाद, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर आदि के शामिल होने की उम्मीद है। दूसरी ओर पार्टी ने राज्य के शीर्ष पदों के लिए भी जिला और ब्लॉक स्तरीय नेताओं से नामों का सुझाव मांगा है, जबकि यूथ कांग्रेस ने राहुल गांधी द्वारा 2008 में शुरू किए गए अंतरिम चुनाव सिस्टम को खत्म कर दिया है। अब वो नया फार्मेट लेकर आएगी, जिसके तहत मेंबरशिप इनरोलमेंट के आधार पर राज्य के अध्यक्ष का चुनाव होगा। इसी फार्मेट को हिमाचल में अपनाया गया था।
प्रणब मुखर्जी की किताब में चौंकाने वाला खुलासा, सोनिया-मनमोहन की वजह से हारे थे 2014 का चुनाव
गुलाम
नबी
सबसे
ज्यादा
नाराज
कांग्रेस
में
नाराज
नेताओं
की
लिस्ट
तो
लंबी
है,
लेकिन
पिछले
कुछ
वक्त
से
गुलाम
नबी
आजाद
ज्यादा
नाराज
नजर
आ
रहे
हैं।
उन्होंने
कुछ
दिनों
पहले
कहा
था
कि
कांग्रेस
में
फाइव
स्टार
कल्चर
चल
रहा
है।
जिस
वजह
से
पार्टी
ने
जमीनी
स्तर
पर
पकड़
खो
दी
है।
उन्होंने
पार्टी
अध्यक्ष
के
चुनाव
के
लिए
एक
पत्र
भी
लिखा
था,
जिस
पर
भी
जमकर
बवाल
हुआ
था।