बकरीद की खुशी हुई दोगुनी, सीएम की कोशिशों से सऊदी अरब में बंधक मुफीज आज लौटेगा घर
रांची। देश भर में बकरीद का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। वहीं, बकरीद के मौके पर झारखंड के एक मुस्लिम परिवार की खुशियां दोगुनी हो गईं, जब सऊदी अरब के रियाद में बंधक मोहम्मद मुफीज के सोमवार को घर लौटने की खबर आई। इस खबर से हिंदपीढ़ी में आसपास के लोगों में भी खुशी का माहौल है। मुफीज की रिहाई झारखंड के सीएम रघुबर दास की कोशिशों के कारण संभव हो सकीं।
मुफीज को कंपनी ने झूठे केस में फंसाया था
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुफीज काम के सिलसिले में रियाद गया था लेकिन वहां नियोक्ता कंपनी ने 12 अप्रैल 2019 को मुफीज पर झूठा केस दर्ज कर उसे बंधक बना लिया। मुफीज की बहन ने अपने भाई की रिहाई के लिए सीएम रघुबर दास से गुहार लगाई थी। हिंदपीढ़ी के नेजाम नगर में रहने वाली इशरत ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा था कि उनके भाई को दो महीने से बंधक बनाकर कंपनी में रखा गया है और झूठा केस दर्ज किया गया है।
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झारखंड सरकार ने रियाद स्थित भारतीय दूतावास से किया था संपर्क
इसके बाद सीएम ने मामले का संज्ञान लिया और झारखंड भवन, दिल्ली के स्थानीय आयुक्त मस्त राम मीणा और सीएम के आप्त सचिव केपी बालियान लगातार रियाद स्थित भारतीय दूतावास के संपर्क में रहे। उन्होंने पूरे मामले से दूतावास को अवगत कराया। आखिरकार इनकी कोशिश रंग लाई और सऊदी अरब सरकार ने मुफीज को रिहा करने का फैसला किया। मुफीज सोमवार को रांची स्थित अपने घर लौटेंगे।
सोमवार को अपने घर लौटेंगे मुफीज
मुख्यमंत्री रघुबर दास ने इसके लिए रियाद स्थित भारतीय दूतावास और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों को धन्यवाद दिया है। बता दें कि मुफीज अप्रैल 2017 में रियाद गया था। कंपनी का उसके साथ एक साल का अनुबंध था जो 2018 में समाप्त हो गया। इसके बाद मुफीज ने कंपनी के मालिक से हिंदुस्तान वापसी की बात की तो उन्होंने इनकार कर दिया और एक साल का अनुबंध बढ़ा दिया। मालिक ने कहा कि अब अगले साल उसे हिंदुस्तान जाने दिया जाएगा। मुफीज की बहन का कहना है कि जब एक साल बाद फिर मुफीज ने वापस भेजने की गुजारिश की, कंपनी ने चोरी के झूठे केस में फंसा दिया।