अपने पिता से मधुर नहीं थे रणवीर के रिश्ते, घर छोड़कर जाने से टूट गया था दिल
ऋषि कपूर के असमय गुजरने से रणवीर कपूर की एक बड़ी ख्वाइश अधूरी रह जाएगी। रणवीर कपूर का अपने पिता ऋषि कपूर से बेहतर रिश्ता नहीं रहा था। रणवीर को इस बात का हमेशा अफसोस रहा कि उनका अपने पिता के साथ वैसा संबंध नहीं रहा जैसा कि ऋषि कपूर का राज कपूर के साथ था। रणवीर कपूर ने तीन साल पहले एक ख्वाइश जाहिर की थी- जब मेरी शादी होगी, मेरे बच्चे होंगे तो मैं रिश्ते के इस समीकरण को बदलना चाहूंगा। मैं नहीं चाहता कि मेरा अपने बच्चों के साथ वैसा रिश्ता रहे जैसा कि मेरा पिता के साथ रहा था। मैं अपने बच्चों से मित्रतापूर्ण और घनिष्ठ संबंध रखूंगा। रणवीर कपूर अपने पिता को ये दिन नहीं दिखा सके। उनकी शादी के पहले ही ऋषि कपूर ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
रणवीर- ऋषि में दूरियां
जनवरी 2017 में ऋषि कपूर की जीवनी प्रकाशित हुई थी जिसका नाम है- खुल्लम खुल्ला : ऋषि कपूर दिल से। इस किताब का प्राक्कथन रणवीर कपूर ने लिखा है। इस प्राक्कथन में रणवीर ने स्पष्ट किया है कि उनका अपने पिता से अच्छा संबंध नहीं रहा। रणवीर ने लिखा है- काश हमारे बीच और घनिष्ठता और मित्रता होती, या मैं उनके साथ और समय बिता पाता। कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है कि काश मैं भी कभी यूं ही फोन उठाता और उनसे पूछ पाता कि वे कैसे हैं। पर हमारे बीच ऐसा नहीं है। हमारे बीच फोन पर बात नहीं होती। हां, वे मुझे संदेश जरूर भेजते हैं। वे मेरा आर्थिक पक्ष संभालते हैं और हम इस प्रकार एक दूसरे से जुड़े रहते हैं। इसी प्राक्कथन में रणवीर ने अपने होने वाले बच्चों के साथ बेहतर रिश्ते की तमन्ना की है। रणवीर, ऋषि कपूर को दिखाना चाहते थे कि कैसे कोई पिता अपने बच्चों के साथ मित्रवत हो सकता है। उन्होंने आज से तीन साल पहले लिखा था- जहां तक मेरे पिता से व्यक्तिगत रिश्ते का सवाल है तो यह मेरे लिए पूरी तरह आदरणीय है लेकिन मैं अपनी मां के अधिक करीब हूं।
पिता- पुत्र में क्या थी अनबन की वजह
ऋषि कपूर ने 2015 में दिये एक इंटरव्यू में माना था कि वे पहले बहुत गुस्सैल और घमंडी थे। कहा जाता है कि ऋषि कपूर की रोजमर्रा की नसीहतों से रणवीर परेशान हो गये थे। पिता के तानों और डांट से रणवीर उनसे दूर होने लगे और अपनी मां नीतू कपूर के करीब जाने लगे। ऋषि कपूर ने बाद में इस बात को स्वीकर किया था कि उन्होंने खुद ही अपने बेटे के साथ रिश्ते को खराब कर लिया था। नीतू के समझाने के बाद भी मैं नहीं संभला। जब तक बात समझ में आयी तब तक बहुत देर हो चुकी थी। रणवीर पहले ऋषि कपूर के साथ ही एक घऱ में रहते थे। मुम्बई के पाली हिल्स के बंगले में। दोनों कुछ असहमियों के बावजूद एक साथ रह रहे थे। लेकिन 2015 में रणवीर ने अपने पिता का घर छोड़ दिया और अलग रहने लगे। रणवीर के इस फैसले से ऋषि कपूर बेहद नाराज हो गये। इस घटना ने पिता-पुत्र की दूरियों और बढ़ा दिया। उस समय रणवीर ने कैटरिना कैफ के साथ अलग फ्लैट में रहने का फैसला किया था। तब इस बात की चर्चा थी कि ऋषि और नीतू कपूर रणवीर- कैटरीना के रिश्ते के पक्ष में नहीं थे। बाद में जब रणवीर का कैटरिना से अलगाव हुआ तो इसके लिए नीतू कपूर को जिम्मेवार ठहराया गया था।
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जब ऋषि कपूर को आया था गुस्सा
एक बार रणवीर कपूर ने एक इंटरव्यू में अपने पिता ऋषि कपूर के गुस्से के बारे में बताया था। ये वाकया तब का है जब रणवीर 12 साल के थे। घर में पूजा थी। उसकी तैयारियां चल रही थीं। रणवीर अचानक जूता पहन कर ही पूजास्थल पर चले गये। इतना देख कर ऋषि कपूर आपे से बाहर हो गये और रणवीर को एक जोरदार तमाचा जड़ दिया। तब रणवीर को ये बात मालूम नहीं थी कि पूजास्थल पर जूता पहन कर जाना वर्जित है। लेकिन इतना कुछ होने के बाद भी रणवीर ने हमेशा अपने पिता को सम्मान दिया। वैचारिक मतभेद अलहदा बात थी। उनको अपने पिता और कपूर खानदान पर हमेशा फक्र रहा। बाद में ऋषि कपूर को भी अपनी गलती अहसास हुआ और वे रणवीर के प्रति नरम हो गये। 2018 में जब रणवीर को पहली बार पता चला कि उनके पिता को कैंसर है, तो वे रोने लगे थे। वे अपने पिता को इलाज के लिए दिल्ली लाये फिर वहां से न्यूयॉर्क ले गये थे।
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