YES बैंक घोटाला: ED जल्द फाइल करेगा पहली चार्जशीट, राणा कपूर के पूरे परिवार को बनाया आरोपी
नई दिल्ली: यस बैंक के फाउंडर राणा कपूर और उनके परिवार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जल्द ही प्रवर्तन निदेशालय मुंबई की स्पेशल कोर्ट में राणा कपूर और उनके परिवार के खिलाफ चार्जशीट फाइल कर सकता है। मामले में ईडी ने 8 मार्च को राणा कपूर को गिरफ्तार किया था। यस बैंक और डीएचएफएल के साथ लेने-देन में हुए फ्रॉड की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा गया है, जबकि राणा कपूर की कंपनी ने जो मनी लांड्रिंग की थी, उसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय कर रहा है।
मिला जानकारी के मुताबिक ईडी उन लोगों को इस चार्जशीट में आरोपी बनाया है, जिनको इस घोटाले से लाभ हुआ है। जिसमें राणा कपूर, उनकी पत्नी और तीन बेटियों का नाम शामिल है। पहली चार्जशीट में 5050 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप तय किया जाएगा। ईडी के मुताबिक यस बैंक का एमडी रहते हुए राणा कपूर ने 3700 करोड़ का लोन डीएचएफएल को दिया था। इसके बाद डीएचएफएल ने कपूर परिवार की ही कंपनी ड्यूट अर्बन वेंचर्स को 600 करोड़ रुपये का लोन दे दिया। ये कंपनी राणा कपूर की बेटी रोशनी और राधा कपूर के नाम है। इसलिए उनका नाम भी चार्जशीट में शामिल किया गया है। ईडी के मुताबिक ये लोन बैंक ने दो प्रॉपर्टी के एवज में दिया था। जिसकी कीमत सिर्फ 39.66 करोड़ थी, जबकि कागजों में इसकी कीमत 735 करोड़ रुपये दिखाई गई थी। इस दौरान प्रियंका गांधी का भी नाम राणा कपूर के साथ जुड़ा था। जिसमें एमएफ हुसैन द्वारा बनाई गई राजीव गांधी की पेंटिंग को उन्होंने 2012 में दो करोड़ रुपये में राणा कपूर को बेची थी।
कौन
हैं
राणा
कपूर?
यस
बैंक
के
फाउंडर
राणा
कपूर
ने
ही
बैंक
की
नींव
रखी
थी,
लेकिन
15
सालों
में
उन्होंने
अपने
फैसलों
की
वजह
से
बैंक
को
बर्बादी
के
कगार
पर
पहुंचा
दिया।
9
सितंबर
1957
को
दिल्ली
में
जन्मे
राणा
कपूर
बैंकिंग
सेक्टर
के
बड़े
नामों
में
एक
हैं।
उनकी
गिनती
सफल
बैंकर्स
में
की
जाती
है।
राणा
कपूर
ने
MBA
डिग्री
हासिल
करने
के
बाद
1980
में
बैंक
ऑफ
अमेरिका
में
मैनेजमेंट
ट्रेनी
के
साथ
अपने
बैंकिंग
करियर
की
शुरुआत
की।
उन्होंने
बैंक
ऑफ
अमेरिका
के
साथ
16
साल
तक
काम
किया।
1996
में
उन्होंने
एएनजेड
ग्रिंडलेज
इनवेस्टमेंट
बैंक
के
साथ
काम
किया।
साल
2004
में
उन्होंने
अपने
रिश्तेदार
और
दोस्त
अशोक
कपूर
के
साथ
मिलकर
यस
बैंक
की
शुरुआत
की।