RSS से संबंधित स्कूल में पढ़ा चुके रमेश पोखरियाल निशंक को मिली HRD मिनिस्टर की जिम्मेदारी
नई दिल्ली: मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के लिए मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया। नरेंद्र मोदी मते 58 मंत्रियों ने गुरुवार शाम को राष्ट्रपति भवन में हुए भव्य समारोह में पद और गोपनीयता की शपथ ली। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के सीनियर नेता रमेश पोखरियाल 'निशंक' को मानव संसाधन विकास मंत्री बनाया गया है। उन्होंने प्रकाश जावड़ेकर की जगह ली।
RSS के स्कूल में रह चुके हैं शिक्षक
रमेश पोखरियाल निशंक ने अपना करियर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंधित सरस्वती शिशु मंदिर में शिक्षक के रूप में शुरू किया था। निशंक उस समय सुर्खियों में आए जब उन्होंने अविभाजित उत्तर प्रदेश में बीजेपी के टिकट पर साल 1990 में कर्णप्रयाग के पांच बार के कांग्रेस विधायक शिवानंद नौटियाल को हराया। तब शिवानंद नौटियाल शिक्षा मंत्री थे। निशंक को मोदी सरकार ने इस बार मानव संसाधन विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। उनसे पहले एचआरडी मंत्रालय देख रहे प्रकाश जावड़ेकर को सूचना और प्रसारण मंत्रालय सौंपा गया है।
रमेश पोखरियाल निशंक को लाने की वजह
रमेश पोखरियाल निशंक का नाम आरएसएस के पाठ्यक्रम और नीतियों में बदलाव के लिए जारी प्रयासों के मद्देनजर आया है, जो पीएम मोदी के पहले पांच साल के कार्यकाल में नहीं किए जा सके थे। विशेष रूप से संघ प्रमुख मोहन भागवत ने नई शिक्षा नीति और सुधारों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। नई शिक्षा नीति का मसौदा तैयार करने के लिए इसरो के पूर्व प्रमुख के कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में एक समिति बनाई गई थी। ये रिपोर्ट सरकार को सौंपी जानी बाकी है।
निशंक के पास अनुभव
एनडीए सरकार के दूसरे कार्यकाल में निशंक को लाने की वजह शिक्षा नीति में संभावित बदलाव है। इसी वजह से वो पसंद बने। उनके पास अविभाजित यूपी में एक मंत्री के रूप में दो दशकों का प्रशासनिक अनुभव है। उन्होंने कल्याण सिंह सरकार में मंत्री के रूप में कार्य किया है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर उनका कार्यकाल छोटा रहा। वह 2014 में हरिद्वार से लोकसभा के लिए चुने गए थे, तब उन्होंने हरीश रावत को मात दी थी। साल 2019 में वो दूसरी बार लगातार इस सीट से जीते।