माल बेचने के लिए करोड़ो का विज्ञापन करते रामदेव
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) बाबा रामेदव ब्रांड अब चमक रहा है। अब उनकी कंपनी पतंजलि योगपीठ का सालाना कारोबार दो हजार करोड़ रुपये के आसपास हो गया है।
तगड़ा विज्ञापन भी
वे एक दौर में कहते थे कि वे अपने पतंजलि के उत्पादों का विज्ञापन नहीं करेंगे। पर अब वे कर रहे हैं। तमाम बड़े टीवी चैनलों और अखबारों में उनके विज्ञापन चलते-दिखते हैं। एक विज्ञापन एजेंसी के अधिकारी ने बताया कि वे अब करोड़ों रुपया विज्ञापनों पर खर्च कर रहे हैं।
पतंजलि के देसी घी, दाल
चावल,आटा,मसाला,जैम,जेली,अचार,मुरब्बा,च्यवनप्राश,दलिया, शर्बत, शैंपू,साबुन, फिनायल,महिलाओं के लिए ब्यूटी प्रोडक्ट सहित आम इस्तेमाल की लगभग हर चीज बाजार में हैं।
रणनीति बदली
बाबा रामदेव ने अपनी रणनीति बदल दी है। वे पहले कहते रहे हैं कि वे अपने उत्पादों के विज्ञापन पर ज्यादा खर्च करने के मूड में नहीं हैं और न ही उन्हें किसी ब्रांड एंबेस्डर की दरकरार है वो तो स्वदेशी ब्रांड को ही भुनाना चाहते हैं। पर अब वे जमकर विज्ञापनों पर पैसा फूंक रहे हैं। ताजा जानकारी के अनुसार, पतंजलि का चालू वित्त वर्ष में कारोबार 200 हजार करोड़ हो जाएगा। यह मात्र 450 करोड़ रुपये था 2012 में।
पेशेवरों का साथ
जानकारों को इस बात की हैरानी है कि रामदेव के पतंजलि योगपीठ के उत्पाद सारे देश में उपलब्ध है। इससे साफ है कि उन्हें कुछ बेहद कामयाब पेशेवर भी सलाह दे रहे हैं। इस बीच,देश की कई एफएमसीजी कंपनियों के स्टाकिस्ट रहे पवन धीर कहते हैं कि बाबा के नाम पर पतंजलि का माल हाथों-हाथ बाजार में बिकता है। हालांकि बाबा के उत्पाद खासे महंगे हैं। उनकी कंपनी का देसी घी तो बाजार में बहुत बिकता है। उसकी खासी मांग रहती है। हालांकि उसकी शुद्धता संदिग्ध है।
बिजनेस नहीं यज्ञ
बाबा रामदेव ने एक बार कहा था वे स्वदेशी के कॉर्पोरेट अवतार को बिजनेस नहीं मानते। वो कहते हैं ये तो यज्ञ है। रामदेव का दावा है कि उनकी पूरी शैली और रणनीति तो कॉर्पोरेट्स की तरह होगी पर वो उनसे बेहद अलग हैं।