रामदेव बोले- किसी एक पार्टी के नहीं हैं राम, संतों को एकजुट होने की जरूरत
नई दिल्ली। योग गुरू रामदेव ने कहा है कि भगवान राम किसी एक राजनीतिक पार्टी के नहीं हैं और ना ही कोई पार्टी उन पर अपना अधिकार जता सकती है। शनिवार को राम मंदिर के लिए संतों की एकजुटता पर जोर देते हुए रामदेव ने ये बात कही है। रामदेव का ये बयान प्रयागराज में संतों की धर्मसंसद में अयोध्या में राम मंदिर के लिए कूच करने और 21 फरवरी को वहां शिलान्यास करने का ऐलान करने के बाद आया है।
रामदेव ने कहा, राम किसी एक पार्टी नहीं बल्कि पूरे देश के हैं। जरूरी है कि देश के सभी संत राम के लिए एकजुट हों। अगर संत इमानदार और एकजुट नहीं होंगे तो देश के लिए ये अच्छा नहीं होगा। मैंने सभी शंकराचार्यों और संतों से आग्रह किया है कि राम के नाम पर सब एकजुट हों। रामदेव ने 21 फरवरी को अयोध्या कूच करने के संतों के ऐलान कर कहा है कि 99 फीसदी संत इस मामले पर एकमत हैं और ये आपको दिखेगा।
रामदेव लगातार राम मंदिर मामले पर टिप्पणी करते रह हैं। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में इस विवाद पर सुनवाई टलने के बाद रामदेव ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट में तो जल्द फैसले की संभावना नजर नहीं आ रही है। ऐसे में अब मोदी सरकार को ही कुछ कदम उठाने होंगे।
राम मंदिर निर्माण के लिए 21 फरवरी को करेंगे भूमि पूजन: स्वरूपानंद सरस्वती
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर और बाबरी मस्जिद भूमि विवाद का मुकदमा सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। हाल ही में प्रयागराज में संतों ने एक धर्मसंसद का आयोजन किया और अदालत में लंबित होने के बावजूद मंदिर के लिए निर्माण कार्य शुरू करने की बात कही है। संतों ने कहा है कि वो 21 फरवरी को अयोध्या पहुंचेंगे, भले ही पुलिस प्रशासन उन पर गोली भी चला दे।
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