Babri Verdict: बाबरी फैसले से पहले बोले वेदांती, हां, मैंने तुड़वाया ढांचा, रामलला के लिए फांसी भी हो तो तैयार
Babri Verdict:बाबरी फैसले से पहले बोले वेदांती, हां, मैंने तुड़वाया ढांचा, रामलला के लिए फांसी भी हो तो तैयार
नई दिल्ली: Babri Masjid Demolition Case Verdict: बाबरी विध्वंस मामले पर आज (30 सितंबर) बड़ा फैसला आने वाला है। इस मामले में बीजेपी के नेता लाल कृष्ण आडवाणी (LK Advani), मुरली मनोहर जोशी (Murli Manohar Joshi), उमा भारती (Uma Bharti) सहित 32 आरोपियों पर फैसला आएगा। इन्ही आरोपियों में से एक इन्ही आरोपियों में शामिल रामजन्मभूमि न्यास के सदस्य रामविलास वेदांती (Ram Vilas Vedanti) ने कहा है कि उन्होंने ही विवादित ढांचा तुड़वाया था और रामलला के लिए उन्हें फांसी भी होती है तो वह उसके लिए तैयार हैं।
हमने ही ढांचा को तुड़वाया और इसपर हमें गर्व है: रामविलास वेदांती
बाबरी फैसले से पहले मीडिया से बात करते हुए रामविलास वेदांती (Ram Vilas Vedanti) ने कहा, हां, हमने ही उस ढांचा को तुड़वाया, उस खंडहर को तुड़वाया और इसपर हमें गर्व भी है। हमको विश्वास है कि वहां मंदिर था और मंदिर ही रहेगा। ढांचा तुड़वाने के आरोप में, खंडहर तुड़वाने के आरोप में अगर मुझे फांसी भी होती है तो या आजीवन कारावास होता है तो हम रामलला के लिए ये सब करने को भी तैयार हैं। लेकिन किसी भी कीमत पर रामलला को छोड़ने को तैयार नहीं हैं।
रामविलास वेदांती बोले- बाबर तो कभी अयोध्या आया ही नहीं
रामविलास वेदांती ने कहा, अयोध्या में श्रीराम का जन्म हुआ था और बाबर तो कभी अयोध्या आया ही नहीं फिर बाबरी मस्जिद यहां कैसे। इसलिए हमने 2005 में एक महीने की गवाही में सिद्ध किया था कि जहां रामलला विराजमान हैं वही राम की जन्मभूमि है।'
आडवाणी-जोशी उमा सहित ये पांच लोग कोर्ट में नहीं होंगे उपस्थित
रिपोर्ट के मुताबिक लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, रामचंद्र खत्री और सुधीर कक्कड़ सीबीआई कोर्ट में आज फैसले वाले दिन मौजूद नहीं रहेंगे। पांचों आरोपियों की तरफ से उनके वकील कोर्ट में प्रार्थनापत्र दे सकते हैं। कुछ आरोपी फैसले के लिए कोर्ट पहुंच चुके हैं। विनय कटियार, चंपत राय, जयभगवान गोयल भी कोर्ट पहुंच चुके हैं। उमा भारती कोरोना से संक्रमित पाई गईं हैं। वहीं लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी ने अपने स्वास्थ्य को आधार बताकर ना आने का फैसला किया है। बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में लगभग इसमें 2,000 लोग मारे गए थे।