पार्टी में फूट की खबरों पर सामने आया रामविलास पासवान का बड़ा बयान
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 के खत्म होते ही राम विलास पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी में महाभारत शुरू हो गई है। लोजपा के बागी नेताओं ने अलग होकर नया मोर्चा बनाने का ऐलान कर दिया है। वहीं, पार्टी में बगावत की खबरों पर राम विलास पासवान का बयान आया है। हालिया घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए पासवान ने कहा, 'उन्हें जाने दीजिए।'
बागियों ने अलग होकर नई पार्टी बनाने का किया था ऐलान
लोजपा के बागी नेताओं में पूर्व सांसदों समेत पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता भी शामिल हैं। एलजेपी के राष्ट्रीय महासचिव सत्यानन्द शर्मा ने कहा था कि वैशाली के पूर्व सांसद रामा सिंह सहित नाराज कई नेता पार्टी से नाता तोड़ेंगे। सत्यानन्द शर्मा ने कहा था कि लोजपा से अलग होकर बनने वाली इस नई पार्टी का नाम लोक जनशक्ति पार्टी सेक्युलर होगा। इसपर केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने कहा कि उन्हें जाने दीजिए।
ये भी पढ़ें: एयरपोर्ट पर चंद्रबाबू नायडू की ली गई तलाशी, काफिले को भी रोका गया
पासवान बोले- जाने दीजिए
पासवान ने अलग हुए गुट के इस आरोप को खारिज कर दिया कि लोजपा के भीतर भ्रष्टाचार व्याप्त है। राम विलास पासवान ने कहा कि पार्टी ने चुनाव में शर्मा के लिये अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ किया, लेकिन वह जीत नहीं सके। उन्होंने कहा, 'मैं सभी का बहुत सम्मान करता हूं, शर्मा दो बार हारे, पिछली बार मेरी पार्टी के सभी लोगों ने उनकी जगह किसी और को टिकट देने को कहा था। लेकिन मैंने कहा कि वह गरीब व्यक्ति हैं, उन्हें चुनाव लड़ने दीजिए और हम देखेंगे। लेकिन वह चुनाव हार गए, अब वह चले गए हैं, ये अच्छी बात है।'
बागियों के आरोपों को किया खारिज
भ्रष्टाचार के आरोपों पर पासवान ने कहा कि मेरी पासबुक और बैंक बैलेंस देख लीजिए। मेरे पास कुछ नहीं है, मेरे पास दिल्ली या पटना में घर नहीं है। बता दें कि पार्टी में नाराज नेताओं ने एलजीपी पर पारिवारिक पार्टी बनने का आरोप लगाया है। सत्यानन्द शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी के संगठन से जुड़े लोगों की लगातार अनदेखी हो रही है। एलजीपी में परिवार के अलावा किसी की कोई अहमियत नहीं है। बता दें कि लोकसभा चुनाव में बिहार में टिकट बंटवारे के बाद कई नेताओं ने नाराजगी जताई थी। रामा सिंह पिछले कई दिनों से बगावती रूख अपनाए हुए थे।