राम मंदिर: भूमिपूजन में पीएम मोदी के साथ अयोध्या आ सकते हैं लालकृष्ण आडवाणी
नई
दिल्ली:
अयोध्या
में
5
अगस्त
को
भव्य
राम
मंदिर
का
भूमिपूजन
होगा।
इस
कार्यक्रम
में
पीएम
मोदी
भी
शामिल
होंगे
और
मंदिर
की
आधारशिला
रखेंगे।
इसके
लिए
रामजन्मभूमि
तीर्थ
क्षेत्र
ट्रस्ट
ने
40
किलो
चांदी
की
शिला
बनवाई
है।
इसे
प्रधानमंत्री
मोदी
के
हाथों
से
रखवाया
जाएगा।
अब
खबर
सामने
आ
रही
है
कि
पीएम
मोदी
के
साथ
बीजेपी
के
वरिष्ठ
नेता
लालकृष्ण
आडवाणी
भी
मौजूद
रह
सकते
हैं।
सूत्रों के मुताबिक 5 अगस्त के कार्यक्रम में लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे दिग्गज वरिष्ठ नेताओं को भी बुलाया जाएगा। इसके अलावा राम मंदिर आंदोलन में सक्रिय रहे विनय कटियार, उमा भारती समेत कई नेताओं को भी निमंत्रण भेजे जाने की उम्मीद है, हालांकि अभी तक इसको लेकर बीजेपी या फिर ट्रस्ट की ओर से कोई अधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। ट्रस्ट की कोशिश है कि 50 से ज्यादा VVIP न हों, ताकी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके।
अब राम मंदिर ट्रस्ट पर है कांग्रेस को आपत्ति, दिग्विजय ने की इन सबको मेंबर बनाने की मांग
गृहमंत्री
और
रक्षामंत्री
को
भी
निमंत्रण
पीएम
मोदी
के
साथ
गृहमंत्री
अमित
शाह
और
रक्षामंत्री
राजनाथ
सिंह
के
आने
की
भी
उम्मीद
है।
उत्तर
प्रदेश
के
मुखिया
होने
के
नाते
सीएम
योगी
आदित्यनाथ
मौजूद
रहेंगे।
इसके
अलावा
महाराष्ट्र
के
सीएम
उद्धव
ठाकरे
के
भी
कार्यक्रम
में
शामिल
होने
की
उम्मीद
है।
भगवान
श्रीराम
के
बहुप्रतीक्षित
मंदिर
के
शिलान्यास
और
भूमिपूजन
की
जिम्मेदारी
काशी
के
विद्वानों
और
संतों
को
सौंपी
गई
है।
अधिकारिक
शेड्यूल
का
इंतजार
राम
जन्मभूमि
तीर्थ
क्षेत्र
के
डिक्री
होल्डर
त्रिलोकी
नाथ
पांडेय
ने
कहा
कि
पांच
अगस्त
को
'भूमि
पूजन'
का
कार्यक्रम
है
'शिलान्यास'
नहीं।
उन्होंने
बताया
कि
राम
मंदिर
का
शिलान्यास
1989
में
प्रधानमंत्री
राजीव
गांधी
के
कार्यकाल
के
दौरान
उस
समय
के
ट्रस्ट
के
सदस्य
कामेश्वर
चौपाल
ने
किया
था।
ट्रस्ट
के
सदस्य
अनिल
मिश्रा
ने
बताया
कि
पीएम
कार्यालय
को
एक
फार्मल
इन्वाइट
भेजा
गया
है,
लेकिन
अभी
तक
अधिकारिक
तौर
पर
पीएम
का
शेड्यूल
नहीं
आया
है।