J&K:आर्टिकल-370 हटने के बाद क्या करना चाहते थे कश्मीरी नेता, राम माधव ने किया बड़ा दावा
नई दिल्ली- वरिष्ठ बीजेपी नेता राम माधव ने दावा किया है जम्मू-कश्मीर में हिरासत में रखे गए कुछ नेता आर्टिकल-370 खत्म किए जाने के बाद राज्य में हिंसा भड़काने की कोशिश में जुट गए थे। बीजेपी महासचिव ने रविवार को श्रीनगर में आयोजित जश्न-ए-कश्मीर कार्यक्रम में कहा है कि हिरासत में रखे गए कुछ नेता 5 अगस्त के बाद लोगों को हथियार उठाने और कुर्बानियां देने का संदेश भेज रहे थे। उन्होंने ऐसे लोगों को सख्त लहते में चेतावनी भी दी है कि प्रशासन ऐसे लोगों से कड़ाई से निपटेगा। उन्होंने कश्मीर के कारोबारियों से बेखौफ होकर दुकानें खोलने की अपील की है और दावा किया है, जनता सड़कों पर उमड़ पड़ी है, सड़कों पर जाम लग रहा है। ऐसे में मोदी सरकार के रहते हुए उन्हें किसी बात के लिए डरने की जरूरत नहीं है। 5 अगस्त के ऐक्शन के बाद बीजेपी के किसी नेता का ये श्रीनगर में पहला कार्यक्रम था।
'कुछ नेता बंदूकें उठाने और कुर्बानियां देने को कह रहे थे'
5 अगस्त के बाद किसी भी भाजपा नेता की ओर से श्रीनगर में दिए गए पहले संबोधन में राम माधव ने बताया है कि उस समय घाटी में क्या कुछ चल रहा था। श्रीनगर के टैगोर हॉल में बीजेपी समर्थकों से जश्न-ए-कश्मीर कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि, 'मैं लोगों से कहना चाहता हूं कि इन नेताओं से कहें कि पहले वो खुद अपनी कुर्बानी दें और फिर दूसरों से ऐसा करने के लिए कहें।' उनके मुताबिक हिरासत में लिए गए कुछ नेता लोगों तक यह संदेश पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे कि वे हथियार उठाएं और कुर्बानियां दें। माधव बोले कि 'ऐसी राजनीति नहीं चल सकती। नया प्रशासन सबका साथ, सबका विकास के आधार पर चलेगा। मोदी सरकार का यही सिद्धांत है।' राम माधव ने कहा है कि भाई-भतीजावाद और परिवार की सत्ता ही वहां की हिंसा की मुख्य वजह है और अब नई लीडरशिप वक्त की जरूरत है। उन्होंने कहा है 'बीजेपी नए नेतृत्व पैदा करने के लिए तैयार है।'
नेताओं के कुछ और दिन हिरासत में रखने के संकेत
बीजेपी नेता के मुताबिक जम्मू कश्मीर में 'हम दो मार्गों- विकास और शांति के पथ पर आगे बढ़ेंगे।' उन्होंने कहा कि अगर 200-300 लोगों को हिरासत में रखने से शांति बनाए रखने में मदद मिलती है तो उन्हें थोड़ा ज्यादा समय तक रोका जाना चाहिए। माधव ने कहा कि पिछले को महीने में कश्मीर में हिसा की घटनाएं नहीं के बराबर हुई हैं। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि 'जो भी रुकावटें पैदा करेंगे, उनके साथ सख्ती से निपटा जाएगा।.........ऐसे लोगों के लिए भारत में अनेकों जेल हैं। ' कश्मीर में बंदी को लेकर उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया आज मोदी से डरती है तो आपको किस बात का डर सता रहा है। वे बोले कि, 'दुकानें खोलिए। सड़कों पर भारी भीड़ उमड़ रही है। मैं खुद ही बाटामालू में भारी ट्रैफिक जाम में फंस गया था।'
'कश्मीरियों के हितों की रक्षा होगी'
उन्होंने ये भी कहा कि आर्टिकल 370 को खत्म करने की कोशिश सबसे पहले कांग्रेस ने ही शुरू की थी। उनके मुताबिक खुद नेहरू ने कहा था कि समय के साथ आर्टिकल 370 समाप्त हो जाएगा, जिसे अब भावनात्मक बताने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि जनता की भावना से बढ़कर कोई भावना नहीं हो सकती। कश्मीरियों से नौकरियां और जमीन छीने जाने की अफवाहों पर उन्होंने कहा कि लोगों को इस तरह के प्रोपेगेंडा के चक्कर में नहीं फंसना चाहिए। उनके अनुसार राज्य के लोगों के हित के खिलाफ कुछ भी नहीं किया जाएगा, सभी नौकरियां इलाके के लोगों को ही मिलेंगी। माधव ने कहा कि 'कश्मीर के निवासियों की संस्कृति, विरासत, युवाओं की नौकरी और शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए अत्यधिक सावधानी बरती जाएगी।'
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