मीसा भारती के 'हाथ काटने वाले' बयान पर रामकृपाल यादव ने तोड़ी चुप्पी, कहा- मेरा कटा हुआ हाथ भी उसे आशीर्वाद देने के लिए ही उठेगा
पटना। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती के 'हाथ काटने वाले' बयान पर केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव ने प्रतिक्रिया दी है। बिहार के पाटलिपुत्र से बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव ने कहा, "इस तरह का बयान दुर्भाग्यपूर्ण हैं। लोकतंत्र में विश्वास करने वाला कोई भी ऐसा वक्तव्य नहीं दे सकता। ये परंपरा रही है कि भारतीय राजनीति में किसी भी व्यक्ति का विरोध हो सकता है, लेकिन ऐसे शब्दों की लोकतंत्र में कोई जगह नहीं है। मैं समझता हूं कि मीसा भारती मेरी भतीजी के रूप में रही हैं, जो बेटी के ही समान हैं। हमेशा उनके लिए शुभकामना आशीर्वाद ही रहा है और उनको लगता है कि मेरा हाथ काटने से उनको संतुष्टि मिल जाएगी तो मैं उसके लिए तैयार हूं। मेरा हाथ हमेशा उसको आशीर्वाद देता रहा है और कटा हुआ हाथ भी हमेशा आशीर्वाद ही देगा।"
'लोकतंत्र में इस तरह का बयान दुर्भाग्यपूर्ण'
मीसा भारती के बयान पर केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव ने पटना में कहा, "लोकतंत्र में इस तरह का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है, ऐसा बयान जनता का सेवक नहीं दे सकता बल्कि कोई शासक ही दे सकता है।" उन्होंने आगे कहा, "मैं गरीब परिवार में पैदा हुआ और आज इस मुकाम पर पहुंचा हूं। मेरे पिताजी दूध बेचते थे, कुटी काटते थे, लेकिन मुझे इस बात का गुमान है। जब तक राजनीतिक-समाजिक जीवन में रहूंगा तब तक मेरा हाथ गरीबों की सेवा के लिए उठेगा।
मीसा भारती ने रामकृपाल को लेकर दिया था बयान
बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल की राज्यसभा सांसद मीसा भारती ने पिछले दिनों एक कार्यक्रम में रामकृपाल यादव को लेकर बड़ा बयान दिया था। मीसा भारती ने कहा था कि राम कृपाल यादव हमारे यहां चारा काटते थे। उनके लिए हमारे मन में बहुत सम्मान था, लेकिन उनके लिए हमारा यह सम्मान तब खत्म हो गया जब उन्होंने सुशील कुमार मोदी से हाथ मिला लिया। उस समय मेरा मन किया कि उसी चारा काटने वाली मशीन से उनके हाथ काट दूं।
'मीसा भारती मेरी भतीजी के रूप में रही हैं, जो बेटी के ही समान हैं'
मीसा भारती के बयान पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए बयान के लिए माफी मांगने की बात कही थी। बता दें कि राम कृपाल यादव 2014 लोकसभा चुनाव से पहले सीटों के बंटवारे को लेकर मतभेद के बाद आरजेडी से अलग होने का फैसला किया था। उन्होंने लालू यादव का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था और लोकसभा चुनाव में मीसा भारती को हराया था।