राम जेठमलानी ने भाजपा के खिलाफ चल रहा मुकदमा लिया वापस
नई दिल्ली। सीनियर वकील और पूर्व केंद्रीय मंत्री राम जेठमलानी और भाजपा ने संयुक्त रूप से दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में लंबित मुकदमे को खत्म करने के लिए अर्जी दाखिल किया है। गौरतलब है कि बीजेपी ने मई 2013 को राम जेठमलानी को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। जिसके बाद उन्होंने पार्टी के विरुद्ध मुकदमा दायर किया था। उन्होंने नुकसान की भरपाई के तौर पर 50 लाख रुपये मांगे भी थे।
जेठमलानी ने यह कदम बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और महासचिव भूपेन्द्र यादव द्वारा निष्कासन को लेकर 'अफसोस' जताने के बाद लिया है। पत्र में इस बात की जानकारी दी गई कि राम जेठमलानी यानी याचिककर्ता ने उनकी माफी की अर्जी को मान लिया और दोनों पक्षों ने मिलकर इसे सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझाने का फैसला लिया है। इस आवेदन पर अतिरिक्त जिला न्यायाधीश सुमित दास के समक्ष शुक्रवार को सुनवाई हो सकती है।
3 दिसंबर को बीजेपी के महासचिव भूपेन्द्र यादव के हस्ताक्षर से जारी एक पत्र में कहा गया कि बचाव पक्ष के अध्यक्ष और महासचिव ने याचिकाकर्ता से मुलाकात की और मुलाकात के दौरान उन्होंने निष्कासन को लेकर अपना गहरा अफसोस जताया। पत्र में यह भी लिखा गया कि उन दोनों ने पार्टी के प्रति याचिकाकर्ता के योगदान को भी स्वीकार किया।
बता दें कि वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी द्वारा दाखिल याचिका में जेठमलानी ने 11 सदस्यीय बोर्ड के 9 सदस्यों को प्रतिवादी बनाते हुए हर एक से 50 लाख मुआवजे की भी मांग की थी। जेठमलानी ने कहा था कि उनका निष्कासन संविधान के खिलाफ है और ये उन्हें बदनाम करने के लिए ऐसा किया गया है।
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