मुंबई हमले को लेकर पूर्व पुलिस कमिश्नर के दावों पर बोले राम माधव- ISI की साजिश को बढ़ा रहे थे कांग्रेस समर्थित बुद्धिजीवी
नई दिल्ली। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया की किताब 'लेट मी से इट नाउ' में मुंबई हमले को लेकर किए दावों पर भाजपा ने कांग्रेस को घेरा है। किताब में कही बातों को आधार बना भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने कहा, कांग्रेस समर्थित कुछ बुद्धिजीवियों ने मुंबई आतंकवादी हमले को आरएसएस से जोड़ने का प्रयास किया था। राकेश मारिया की किताब से साफ हुआ है कि ये पाक की खुफिया एजेंसी आईएसआई का षडयंत्र थाा, जिसे ये लोग आगे बढ़ा रहे थे।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी किताब के दावों पर कांग्रेस को घेरते हुए कहा है कि कांग्रेस ने हिंदू आतंकवाद के नाम पर देश को गुमराह करने की कोशिश की थी। इसका खामियाजा कांग्रेस को साल 2014 और 2019 में भुगतना पड़ा। जनता ने उन्हें पूरी तरह से हराया। पीयूष गोयल ने ये भी कहा कि मारिया को तभी ये बातें बोलनी चाहिए थीं जब वो पुलिस कमिश्नर थे।
वहीं महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि राकेश मारिया ने किताब में जो लिखा है, उसकी जानकारी जुटाई जाएगी। उनसे भी बात की जाएगी और कुछ आरोप अगर हैं तो उनका जांच की जाएगी।
बता दें कि मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर राकेश मारिया की हाल ही में आई किताब में 26/11 आतंकी हमले के दोषी अजमल कसाब को लेकर बड़ा दावा किया है। किताब में मारिया ने दावा किया है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने 26/11 हमले को हिंदू आतंकवाद का जामा पहनाने की भी कोशिश की थी। 10 हमलावरों को हिंदू साबित करने के लिए उनके साथ हिंदू नाम वाले फर्जी आईकार्ड भेजे गए थे। कसाब के पास भी एक ऐसा ही आईकार्ड मिला था, जिसपर उसका नाम समीर चौधरी लिखा हुआ था।
मारिया ने लिखा है, मुंबई पुलिस कसाब की तस्वीर जारी नहीं करना चाहती थी। पुलिस ने पूरी कोशिश की थी कि आतंकी की डिटेल मीडिया में लीक ना हो। मारिया ने किताब में लिखा है कि कसाब के खिलाफ लोगों का गुस्सा चरम पर था। इतना ही नहीं, मुंबई पुलिस के ऑफिसर भी गुस्से में थे लेकिन उसको जिंदा रखना मेरी पहली प्राथमिकता थी।
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