#RajyasabhaElections: नितिन-अनिल के वोट रद्द कराने के लिए चुनाव आयोग पहुंची सपा-बसपा
नई दिल्ली। राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग को लेकर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है। जिसके चलते काउटिंग भी देर तक रुकी रही। शुक्रवार शाम पांच बजे से काउंटिंग होनी थी, जो करीब सात बजे शुरू हुई। सपा और बसपा की ओर से कहा गया है कि नितिन अग्रवाल जो सपा से विधायक हैं और अनिल सिंह जो बसपा से विधायक हैं, इन दोनों ने वोट डालने के बाद अपना बैलेट पेपर पोलिंग एजेंट को नहीं दिखाया। दोनों पार्टियों ने इनके वोट को रद्द करने की मांग की, हालांकि चुनाव आयोग ने दोनों विधायकों के वोटों को मान्य करार दिया है।
जिन दो विधायकों की शिकायत सपा और बसपा ने की है, उनमें नितिन अग्रवाल सपा से विधायक चुने गए थे। वो नरेश अग्रवाल के बेटे हैं। नरेश ने हाल ही में सपा छोड़ भाजपा ज्वाइन की है। नितिन ने पहले ही भाजपा को वोट देने की बात कह दी थी। वहीं बहुजन समाज पार्टी के विधायक अनिल सिंह ने भी वोट देने के बाद विधानसभा से बाहर आकर कहा कि उन्होंने 'भाजपा के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की है। मैं बाकी के बारे में नहीं जानता।'
उत्तर प्रदेश की 10 राज्यसभा सीटों के लिए आज (शुक्रवार) को मतदान हुआ। 10 सीटों पर 11 उम्मीदवार होने की वजह से यहां मुकाबला दिलचस्प है। मतदान से पहले से ही कई उम्मीदवारों के क्रॉस वोटिंग करने की खबरें थी। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के विधायक कैलाश सोनकर के भी क्रॉस वोटिंग करने की खबरें हैं। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी भाजपा की सहयोगी है और पार्टी नेताओं ने भाजपा उम्मीदवार को वोट करने का ऐलान किया था। अब इस तरह की खबरे हैं कि पार्टी एमएलए कैलाश ने भाजपा के खिलाफ वोट किया है।
राज्यसभा चुनाव: भाजपा के सहयोगी दल के विधायक ने की क्रॉस वोटिंग