अमित शाह को विपक्षी सांसदों ने बीच में टोका, राज्यसभा टीवी ने बंद किया लाइव टेलिकास्ट
नई दिल्ली। राज्यसभा टीवी ने बुधवार को नागरिकता संशोधन बिल पर चल रही चर्चा का लाइव टेलिकास्ट अचानक बंद कर दिया। बताया जा रहा है कि ऐसा सभापति एम वेंकैया नायडू के कहने पर किया गया है। टेलिकास्ट उस वक्त रोका गया जब बिल को पेश करने के दौरान गृहमंत्री अमित शाह को विपक्षी पार्टी के सांसद बार-बार टोक रहे थे।
असमिया लोगों के अधिकारों पर बोल रहे थे शाह
उस वक्त गृहमंत्री बोल रहे थे कि असमिया लोगों के अधिकार भाजपा सरकार संरक्षित करेगी। तब नायडू ने विपक्षी पार्टी के नेताओं से कहा कि बीच में ना बोलें नहीं तो वह उनका नाम आगे दे देंगे। जिसके तहत सदस्य को एक दिन के लिए सदन की कार्यवाही से बाहर कर दिया जाता है। उन्होंने ये भी कहा कि वो जो कुछ भी कहेंगे वो रिकॉर्ड नहीं किया जाएगा।
ब्रोडकास्ट तुरंत रोका गया
तभी राज्यसभा टीवी ने अपना लाइव ब्रोडकास्ट तुरंत रोक दिया। राज्यसभा टीवी के सूत्रों का कहना है कि चेयर ने लाल बटन दबाया, जो टेलिकास्ट रोकने के लिए दबाया जाता है। हालांकि जल्द ही राज्यसभा टीवी ने टेलिकास्ट तुरंत शुरू कर दिया और कहा कि केवल शाह ही बोलेंगे। बाद में सभी सदस्यों को बोलने का मौका भी दिया गया।
क्या बोले शाह?
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, 1985 से लेकर नरेंद्र मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने तक असम एकॉर्ड के Clause-6 की कमेटी ही नहीं बनी। लेकिन अब मैं असम के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि भाजपा की सरकार Clause-6 की कमेटी के माध्यम से आपके सभी हितों की रक्षा करेगी। 2019 के चुनाव में हमने अपने घोषणा पत्र में इस बिल की घोषणा की थी।
'चुनाव के पहले ही ये देश के सामने रखा था'
गृहमंत्री ने आगे कहा, जो कह रहे हैं कि हम वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं, मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि हमने चुनाव के पहले ही ये देश के सामने रखा था, जिसे देश की जनता ने समर्थन दिया है। पाकिस्तान और बांग्लादेश में लगभग 20-20% अल्पसंख्यकों की आबादी कम हो चुकी है। कहां गए वो लोग, या तो मार दिए गए, धर्म परिवर्तन हो गया या वो शरणार्थी बनकर भारत आ गए। ये बिल धार्मिक आधार पर प्रताड़ित होकर भारत आए लोगों को नागरिकता देने का है।
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