पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक पोस्ट करने पर राज्यसभा के अधिकारी का हुआ डिमोशन
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ राज्यसभा के एक सुरक्षा अधिकारी ने कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इस मामले में राज्यसभा ने डिप्टी डायरेक्टर (सुरक्षा) उरजुल हसन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनका डिमोशन कर दिया है। राज्यसभा सचिवालय के निदेशक (निजी) के सुधाकरण के मुताबिक, सुरक्षा अधिकारी उरजुल हसन पर आरोप है कि उन्होंने पीएम मोदी और अन्य केंद्रीय मंत्रियों के खिलाफ अपमानजनक और आपत्तिजनक पोस्ट की थी।
इसके बाद ही उन्होंने सक्रिय राजनीति से जुड़ी पोस्ट को शेयर भी किया था। इससे उनकी राजनीतिक गतिविधियों में सक्रियता का पता चलता है। राजनैतिक तटस्थता बनाए रखने में नाकाम रहने पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। हसन के खिलाफ इस मामले में दर्ज शिकायत के आधार पर की गई प्राथमिक जांच के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था।
राज्यसभा सचिवालय द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, सभापति एम वेंकैया नायडू ने नियमों के तहत कार्रवाई करते हुए हसन का ओहदा पांच साल के लिए कम करते हुए कनिष्ठ श्रेणी का सुरक्षा अधिकारी करने का निर्देश दिया है। इस अवधि के दौरान उनको सालाना वेतन वृद्धि का लाभ नहीं मिलेगा।
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राज्यसभा ने उरजुल हसन का ओहदा घटाया
हसन के खिलाफ इस मामले में राज्यसभा सेवा नियम 1957 और केंद्रीय लोक सेवा (आचरण) के नियमों के तहत कार्रवाई की गई है। ये नियम कर्मचारियों को वैसी गतिविधियों में शामिल होने से रोकता है जो किसी भी सरकारी सेवक के लिए बेवजह है और जो राजनीतिक क्रियाकलापों से जुड़ी हैं। डिमोशन की प्रक्रिया 10 फरवरी से लागू हो गई है। जानकारी के मुताबिक, पांच वर्षों की ये अवधि पूरी होने के बाद ही वह अपने पद पर लौट सकेंगे।
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