सांसदों ने एक ही दिन के लिए बुक किए अलग-अलग ट्रेनों में टिकट, कैंसिल भी नहीं कराए, सचिवालय ने रेलवे को दिए 8 करोड़
ट्रेन में सफर करते हुए सांसदों की ओर से भारी लापरवाही सामने आई है। राज्यसभा सांसदों ने एक ही दिन के लिए कई-कई ट्रेनों में टिकट बुक कराए और फिर एक में सफर किया तो बाकी में सीट ख
नई दिल्ली। ट्रेन में सफर करते हुए सांसदों की ओर से भारी लापरवाही सामने आई है। राज्यसभा सांसदों ने एक ही दिन के लिए कई-कई ट्रेनों में टिकट बुक कराए और फिर एक में सफर किया तो बाकी में सीट खाली छोड़ दी। राज्यसभा सचिवालय ने सांसदों के सफर पर खर्च हुए आठ करोड़ रुपए रेलवे को दिए हैं। ये साल 2019 के लिए जारी आंकड़े हैं।
एक साल में 8 करोड़ की यात्रा
राज्यसभा सचिवालय की ओर से बताया गया है कि सांसदों का सफर फ्री होता है और सचिवालय इसके लिए रेलवे को पैसा देता है। 2019 में ये 8 करोड़ है, जो कि काफी ज्यादा है। इसके लिए सांसदों के कई ट्रेनों में टिकट बुक करा लेने और फिर कैंसिल नहीं करने को सचिवालय ने जिम्मेदार माना है। बताया गया है कि सांसदों ने अपने और सहायक के लिए कई-कई टिकट बुक किए फिर एक ये यात्रा की और बाकी को भूल गए, जिससे सीट कोईभी बुक नहीं कर सका और वो खाली रही।
सांसदों को सख्त हिदायत
राज्यसभा के सांसदों ने मिलने वाले भत्तों और विशेषाधिकारों का इस तरह से दुरुपयोग किया, जिससे पैसा की बर्बादी हुई है। इसको देखते हुए राज्यसभा सचिवालय की ओर से कहा गया है कि भविष्य में ऐसा होता है तो सांसद के वेतन से ये कटौती की जाएगी। राज्यसभा सचिवालय ने 2019 के लिए सांसदों के यात्रा बिल के लिए रेलवे से 8 करोड़ का बिल मिलने के बाद ये मामला सामने आया है।
वेंकैया नायडू हुए नाराज
सचिवालय की ओर से सांसदों को ये भी कहा गया है कि अगर उन्होंने एक से ज्यादा टिकट बुक कराया है तो जिस टिकट पर यात्रा नहीं करनी है। उसे समय रहते कैंसिल करा दें ताकि पैसे की बर्बादी ना हो और सचिवालय पर भी बोझ ना पड़े। राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने इसे जनता के पैसे की बर्बादी और सांसदों के रवैये पर पर गंभीर नाराजगी व्यक्त की है। सांसदों को ट्रेनों में फ्री टिकट की सुविधा होती है।