तमिलनाडु: इस राज्यसभा सांसद ने CAB के पक्ष किया था वोट, अब मुस्लिम जमात काउंसिल ने निकाला
चेन्नई। नागरिकता कानून के खिलाफ देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहा है, पहले उत्तरपूर्वी राज्य और अब उत्तर भारत आंदोलन की आग में जल रहा है। विपक्षी पार्टियों ने भी संसद के अंदर और सड़क पर जमकर सीएए का विरोध किया है। इसी बीच तमिलनाडु से एक हैरान करने वाली खबर आ रही है जहां नागरिकता संशोधन अधिनियम के पक्ष में मतदान करने पर एक सांसद को मुस्लिम जमात काउंसिल ने समुदाय से निकाल दिया गया है।
मुस्लिम जमात काउंसिल ने किया निष्कासित
गौरतलब है कि पहले लोकसभा फिर राज्य सभा में पास होने के बाद नागरिकता संशोधन बिल को राष्ट्रपति की भी मंजूरी मिल गई। राज्यसभा में बिल के पक्ष में 125 जबकि विपक्ष में 105 वोट पड़े। बिल को समर्थन देने वालों में तमिलनाडु की राजनीतिक पार्टी अन्नाद्रमुक के नेता और राज्यसभा सांसद ए मोहम्मद जॉन भी थे। बिल के पक्ष में वोट करना अब उन्हें महंगा पड़ गया है। मतदान के बाद ए मोहम्मद जॉन को मुस्लिम जमात काउंसिल उनसे खफा हो गया और मंगलवार को उन्हें निष्कासित कर दिया।
एक बार फिर दिल्ली में मचा बवाल
बता दें कि, राज्यसभा से पास होने और राष्ट्रपति से मंजूरी मिलने के बाद नागरिकता संशोधन बिल (कानून) का कड़ विरोध हो रहा है। रविवार को दिल्ली में हुए विरोध प्रदर्शन में आगजनी और तोड़फोड़ की गई, मंगलवार को भी इस मुद्दे पर पूर्वी दिल्ली में हिंसा भड़की जिसपर पुलिस ने जल्द ही काबू पा लिया और अब वहां के हालात सामान्य हैं। उधर कानून को वापल लेने के लिए वपक्षी पार्टियों के एक प्रतिनिधिमंडल में मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की।
विपक्षी नेताओं ने की राष्ट्रपति से मुलाकात
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में विपक्षी नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति से मिलकर उन्हें नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ ज्ञापन दिया है। राष्ट्रपति से मिलने के बाद विपक्षी नेताओं ने कहा कि ये कानून देश को बांटने वाला है। ऐसे में इस कानून को वापस लिया जाए। सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद कहा, पूर्वोत्तर की जो स्थिति बनी हुई है वो अब पूरे देश में दिख रहा है। राजधानी दिल्ली में भी हालात ठीक नहीं है।