एक और सहयोगी ने छोड़ा एनडीए का साथ, एसएसएस बना यूपीए का हिस्सा
Raju Shetti meets rahul gandhi Swabhimani Shetkari Sanghatana join upa
मुंबई। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के एक और सहयोगी ने उसका साथ छोड़ दिया है। स्वाभिमानी शेतकारी संगठन (एसएसएस) नरेंद्र मोदी सरकार को वादे पूरा ना करने वाली कहते हुए एनडीए छोड़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन में शामिल हो गया है। पार्टी नेता राजू शेट्टी ने 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की बात कही है। लोकसभा सांसद राजू शेट्टी ने सोमवार को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चह्वाण के साथ दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने यूपीए में शामिल होने का ऐलान किया।
पश्चिम महाराष्ट्र में है शेट्टी की पकड़
राजू शेट्टी की स्वाभिमानी शेतकरी संगठन का पश्चिम महाराष्ट्र में अच्छा प्रभाव माना जाता है। 2014 में उन्होंने एनडीए के साथ चुनाव लड़ा था। शेट्टी ने 2014 में लोकसभा का चुनाव जीता था। राजू शेट्टी अपनी पार्टी से अकेले सांसद हैं और दूसरी बार चुने गए हैं। महाराष्ट्र विधान परिषद में उनका एक विधायक भी है। बीते काफी वक्त से वो भाजपा के रवैये को लेकर नाराज बताए जा रहे थे। पिछले साल अक्टूबर में एसएसएस ने एनडीए से नाराजगी जाहिर करते हुए अलग होने की बात कही थी।
मोदी ने किसानों से वादाखिलाफी की: शेट्टी
राजू शेट्टी ने मोदी सरकार पर किसानों के साथ धोखा करने का आरोप लगाया है। शेट्टी ने कहा 'मोदी सरकार ने भारत के किसानों के साथ धोखा किया है। मोदी ने स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की बात कही थी, इसी वादे पर मैं एनडीए का हिस्सा बना था लेकिन वादों पर अमल करना तो दूर मोदी सरकार ने फसलों की कीमतेंकम कर दीं। किसानों का नेता होने के नाते मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि भाजपा दोबारा सत्ता में ना आए।'
हाल ही में कई सहयोगी छोड़ चुके एनडीए का साथ
बीते कुछ समय में एनडीए में सब ठीक चलता नहीं मालूम हो रहा है। हाल ही में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने एनडीए से अलग होने की घोषणा की है। टीडीपी नेता भी लगातार भाजपा पर जुबानी हमले कर रहे हैं। इससे पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी हिन्दु्स्तान अवाम मोर्चा ने एनडीए से अलग हो गया था। उससे पहले शिवसेना भी एनडीए से अलग हो चुकी है, हालांकि वो महाराष्ट्र और केंद्र में सरकार में अभी भी शामिल है। अब एसएसएस ने यूपीए का साथ थाम लिया है। हाल ही में लोजपा नेताओं ने भी भाजपा पर सहयोगियों की बात सुनने की हिदायत दी है। एक दिन पहले दी जदयू के नीतीश कुमार ने भाजपा मंत्रियों से सांप्रदायिकता के मसले पर बिहार का माहौल ना खराब करने को कहा है।
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