हमारा लक्ष्य मेक इन इंडिया नहीं, मेक फॉर वर्ल्ड है: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आत्मनिर्भर भारत के तहत रक्षा क्षेत्र देश को मजबूत बनाने का आह्वान किया है। राजनाथ सिंह ने कहा कि, हम भारत को संपूर्ण विश्व के विकास में अधिक रचनात्मक योगदान देने के लिए आत्मनिर्भर होना चाहते हैं। आत्मनिर्भर होना एक राष्ट्रीय आह्वान है जिसे हमें एक राष्ट्रीय अभियान के रूप में बदलने का भी संकल्प लेना होगा। हम आत्मनिर्भर बनकर दुनिया के लिए कुछ अच्छा करना चाहते हैं।
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राजनाथ सिंह ने कहा कि, रक्षा मंत्रालय ने 101 डिफेंस आइटम की निगेटिव लिस्ट जारी की है। ये लिस्ट एक ऐसी प्रक्रिया की शुरुआत है जिसमें डिफेंस इंडस्ट्री को बदल देने की पूरी क्षमता है। ये लिस्ट एक शुरुआत भर है जिससे आने वाले समय में लगभग 1.40 लाख करोड़ की खरीदारी घरेलू स्तर पर की जाएगी। इस साल यह 52,000 करोड़ रुपये होगा। हम सिर्फ मेक इन इंडिया नहीं, मेक फॉर वर्ल्ड का गोल हासिल करना चाहते हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा कि, सरकार ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए लगातार कई बोल्ड पॉलिसी रिफॉर्म्स किए। इसमें ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड का कॉरपोरेटाइजेशन, यूपी, तमिलनाडु में 2 डिफेंस कॉरिडोर की स्थापना, ऑटोमेटिक रूट के द्वारा 74% एफडीआई की अनुमति देना शामिल है। यह बात उन्होंने आत्मनिर्भर भारत पर आयोजित वेबिनार में कही। इस सेमिनार में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
बैठक में शामिल चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने कहा कि, हमारे पास स्वदेशी हाई-एंड वेपन सिस्टम बनाने के साधन हैं, क्षमता है और इच्छाशक्ति है। सरकार के सही दिशा में पुश और आत्मनिर्भर भारत के विजन को आगे बढ़ाकर, यही सही मौका है कि हम अपने पैरों पर खड़े हों और डिफेंस इक्विपमेंट्स के एक्सपोर्टर बनें। सशस्त्र सेनाएं आत्मनिर्भर भारत को समर्थन देने के लिए दृढ़ हैं। स्वेदश में बनी तकनीक और हथियारों से युद्धों में लड़कर जीत हासिल करने से ज्यादा संतुष्टि हमें और कहीं नहीं मिलेगी।
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