राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान की ओर बढ़ाया मदद का हाथ, बोले अगर पाक चाहे तो हम तैयार
नई दिल्ली। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को पाकिस्तान को आतंकवाद से लड़ने के लिए मदद करने की पेशकश की है। राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर पाकिस्तान अकेले आतंकवाद से नहीं लड़ पा रहा है तो वह भारत की मदद मांग सकता है। जयपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को कहना चाहता हूं कि अगर अफगानिस्तान में आतंक और तालिबान के खिलाफ लड़ने के लिए अमेरिका मदद कर सकता है तो पाकिस्तान भी आतंकवाद से लड़ने के लिए भारत की मदद मांग सकता है।
मुद्दा आतंकवाद है नाकि कश्मीर
राजनाथ सिंह ने यह भी साफ किया कि दोनों देशों के बीच बड़ा मुद्दा आतंकवाद का है ना कि कश्मीर का। उन्होंने कहा कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। वहीं गृहमंत्री ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि राजनीति में कांग्रेस भरोसे को खत्म कर रही है, उनकी कथनी और करनी में फर्क होता है। उन्होंने कहा कि मैं यह नहीं कहना चाहता हूं कि आतंकवाद खत्म हो गया है, लेकिन पिछले साढ़े चार साल में कोई भी बड़ी आतंकी घटना नहीं हुई है। आतंकवाद मुख्य रूप से कश्मीर में हैं और यहां भी काफी हद तक यह नियंत्रण में है और चीजें बेहतर हो रही है। उन्होंने कहा कि घाटी में पंचायत के चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से सफल हुए हैं।
राजनीतिक व्यवस्था पटरी पर लौटी
जम्मू कश्मीर के बारे में राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार यहां राजनीतिक व्यवस्था को वापस पटरी पर लाने में सफल हो रही है, जहां तक आतंकवाद की बात है तो इसमे कोई संदेह नहीं है कि यह पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित है। नक्सल संबंधी समस्या पर बोलते हुए गृहमंत्री ने कहा कि नक्सली घटनाओं में पिछले चार सालों में 50-60 फीसदी की कमी आई है। यह 90 जिलों से सिमटकर अब सिर्फ 8-9 जिले में ही रह गई है। उन्होंने इस बात का अनुमान लगाया है कि अगले तीन से पांच साल में नक्सली समस्या खत्म हो जाएगी।
राहुल गांधी, ओवैसी पर पलटवार
सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि पूर्व में भी सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी, ऐसे में इसे गोपनीय क्यों रखा गया। अगर हमारी सेना ने साहस का काम किया था, तो क्या इस देश को सेना की शौर्यता की जानकारी नहीं दी जानी चाहिए थी। जिस तरह से असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि अल्लाह मोदी को हराएंगे, उसपर पलटवार करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि हम किसी भी धर्म के भगवान से नहीं लड़ सकते हैं, हम इसमे नहीं पड़ना चाहते हैं क्योंकि हम धर्म और जाति की राजनीति में भरोसा नहीं करते हैं। हमारी राजनीतिक न्या और मानवता पर आधारित है।
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