राजनाथ सिंह: दिलचस्प है उनके निंदा सिंह से दहाड़ सिंह बनने का सफ़र!
बेंगलुरू। करीब पांच वर्ष तक मोदी सरकार में गृह मंत्रालय संभाल चुके यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह रक्षा मंत्रालय पोर्टफोलियो में बदले-बदले से नज़र आ रहे हैं। रक्षा मंत्रालय की बागडोर संभालते ही राजनाथ सिंह में युवाओं जैसी चपलता देखी जा सकती है। 69 वर्ष की उम्र में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लगातार अपने जोश से न केवल उम्र की ढलान को चिढ़ा रहे हैं बल्कि अपनी गतिशीलता और उत्साह से युवाओं में जुनून रहे हैं।
ऐसा पहली बार है राजनाथ सिंह को देश ने इतना गतिशील और उत्साह वाले वर्जन में देखा है। वर्ष 2014 में देश के गृह मंत्री बने राजनाथ सिंह को उनके पूरे कार्यकाल में हमेशा गंभीर मुद्रा में देखा गया। यहां तक कि उनके बयानों बोझिल होते थे, लेकिन रक्षा मंत्री के चोले में घुसते ही राजनाथ सिंह वर्जन 2.0 हो गए हैं।
उल्लेखनीय है राजनाथ सिंह को बतौर गृह मंत्री कई बार लोगों की कड़ी आलोचना का भी शिकार होना पड़ा था। इनमें प्रमुख है जुलाई, 2017 में अमरनाथ यात्रियों पर हुआ हमला। अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले के बाद लोगों ने तत्कालीन गृह मंत्री राजनाथ सिंह को बयान बहादुर बताकर खूब हमला किया गया था।
दरअसल, राजनाथ सिंह ने ट्वीटर पर अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने कड़ी निंदा शब्द का इस्तेमाल किया था। सोशल मीडिया यूजर्स से तब राजनाथ सिंह का यह बयान बिल्कुल पसंद नहीं आया था। उस वक्त सोशल मीडिया पर लोगों ने मीम्स बनाकर राजनाथ सिंह खूब आलोचना की थी। मालूम हो, अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले में कुल 7 अमरनाथ यात्रियों की मौत हुई थी जबकि 32 से अधिक श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए थे।
मुझे पूरा विश्वाश है कि अमरनाथ यात्रा पे हुए इस हमले के बाद भी,
— Prakash Thapliyal (@Bloggerpct) July 10, 2017
भारत के गृहमंत्री और प्रधानमंत्री सिर्फ एक ही काम करेंगे वो है #कड़ी_निंदा..
31 मई, 2019 को हुए मोदी सरकार 2 के शपथ ग्रहण समारोह में राजनाथ सिंह ने बतौर रक्षा मंत्री की पद और गोपनीयता की शपथ ली, जिसके बाद राजनाथ सिंह का अलग ही रूप दुनिया के सामने आया। ऑफिस और प्रेस कांफ्रेस से इतर राजनाथ सिंह को लोगों ने देखा था। राजनाथ सिंह ने रक्षा मंत्रालय की बागडोर संभालते ही बेलौस होकर अपनी पारी शुरू की और जमीन और आसमान पर टहलते नजर आए। रक्षा मंत्रालय का कार्यभार संभालने के शीघ्र बाद राजनाथ सिंह थल सेना, नौसेना एवं वायुसेना प्रमुखों को अपने - अपने बलों की चुनौतियों और संपूर्ण कामकाज पर अलग - अलग प्रस्तुतियां तैयार करने को कहा था।
आमतौर पर राजनाथ सिंह की छवि शांत और कम बोलने वाल नेता के रूप में रही है, जो सार्वजनिक रूप से बहुत ही नपे-तुले शब्दों में अपनी बात रखते थे, लेकिन रक्षा मंत्रालय की बागडोर संभालने के बाद राजनाथ सिंह अपनी पारंपरिक छवि को तोड़ते हुए बोल्ड अवतार में नजर आने लगे।
कहा जाता है कि मोदी सरकार के पहले कार्यकाल मे राजनाथ सिंह असहज स्थिति में थे, क्योंकि पीएम मोदी तत्कालीन वित्त मंत्री दिवंगत अरूण जेटली और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी पर ज्यादा भरोसा रखते थे, लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है और राजनाथ सिंह अब प्रधानमंत्री की गिनती उनके करीबी नेताओं में होने लगी है, जिनसे मोदी राय मशवरा भी करते हैं।
ऐसा माना जाता है कि खुद राजनाथ सिंह अपनी पारंपरिक छवि को बदलने की कोशिश में लगे है। शायद यही कारण है कि शांत और गंभीर छवि से इतर एक गतिशील नेता के रूप में अपनी एक नई तस्वीर गढ़ रहे हैं। इसका उदाहरण है कि कभी सोशल मीडिया के निंदा सिंह रहे राजनाथ सिंह आज धाकड़ सिंह बन गए हैं, जो तेजस विमान उड़ा रहे हैं और आयुध पूजा के लिए फ्रांस रॉफेल विमान लेने निकल पड़ते हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पिछले दो महीनों की सक्रियता पर गौर करेंगे तो पाएंगे कि राजनाथ सिंह जो नपे-तुले शब्दों में जवाब देने के लिए जाने जाते थे अब वो सधे हुए शब्दों में पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए नजर आते हैं। अभी हाल ही में राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर भूलने की सलाह देते हुए कहा कि उसे अब पाक अधिकृत कश्मीर की चिंता करनी चाहिए, क्योंकि भारत पर सिर्फ और सिर्फ पाक अधिकृत कश्मीर पर बात करेगा।
राजनाथ सिंह यहीं नहीं रूके, उन्होंने पाकिस्तान को बाकायदा चेतावी देते हुए कहते हैं कि अब वह समय नहीं रहा कि भारत पहले हमला नहीं करेगा, जरूरत महसूस हुई तो भारत हमले की पहल भी कर सकता है। सियाचीन दौरे पर पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दुनिया के सबसे ऊंचे सैन्य तैनाती स्थल पर जवानों के साथ पूरा एक दिन बताया और यात्रा के बाद दिए बयान में कहा कि उन्होंने शिखर से शुरूआत की है और वो वहीं पर अब टिके रहेंगे। राजनाथ सिंह सियाचीन की यात्र गत 3 जून, 2019 को की थी और यहीं से इशारों में राजनाथ सिंह ने अपने बदले हुए स्वरूप को परिभाषित कर दिया था।
राजनाथ सिंह ने अपनी छवि के विपरीति चलकर पक्ष और विपक्ष के सभी धुरंधरों को चौंका दिया। उनके जोश और उत्साह का तो कोई सानी नहीं था। 19 सितंबर को राजनाथ सिंह ने स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस में उड़ान भरी और लगभग 30 मिनट तक वो हवा में रहे।
तेजस विमान के सफल उड़ान के बाद राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने तेजस को इसलिए चुना, क्योंकि ये देसी है, जिसे अब एक्सपोर्ट करने का सिलसिला भी भारत सरकार ने अब शुरू कर दिया, क्योंकि दुनिया के दूसरे देश भी तेजस की खरीदारी में रूचि दिखा रहे हैं। यह पहला मौका था जब धोती कुर्ता छोड़ राजनाथ सिंह पायलूट शूट में नजर आए थे।
29 सितंबर को राजनाथ सिंह ने गोवा में आईएनएस विक्रमादित्य पर पूरा दिन बिताया और जवानों के साथ के योग करने के बाद मशीनगन से कई राउंड गोलियां चलाईं। इस दौरान जवानों में जोश भरते हुए उन्होंने कहा कि भारत 26/11 हमले को कभी भूल नहीं सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत अब पिछली गलतियों को नहीं दोहराएगा, क्योंकि देश के समुद्री सीमाओं पर खतरा अभी भी बरकरार है। इस दौरान पाकिस्तान का नाम लिए बगैर राजनाथ सिंह ने कहा कि साजिश के पीछे एक पड़ोसी मुल्क है, लेकिन भारत अब उसके मंसूबों को कामयाब नहीं होने देगा और जरूरत पड़ी तो उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
गत 8 अक्टूबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आयुध पूजा करने के लिए फ्रांस रवाना हुए, जहां उन्होंने राफेल फाइटर जेट के 36 विमानों में से एक विमान की डिलीवरी को रिसीव किया। इसके पहले राजनाथ सिंह बाकायदा विधि-विधान से राफेल विमान की आयुध पूजा की और फिर राफेल में उड़ान भी भारी।
फिलहाल भारत को पहले राफेल विमान की डिलीवरी हो चुकी है और मई, 2020 तक 4 विमानों की पहली किस्त भारत के सुपुर्द हो जाएगी। माना जा रहा है कि अगले तीन वर्षों में राफेल के कुल 36 विमान भारत आ जाएंगे। इनमें में 18 विमान अंबाला एयरफोर्स स्टेशन और 18 अरूणाचल प्रदेश में तैनात किए जाएंगे।
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