भारत-चीन सीमा विवाद पर कल राज्यभा में बयान देंगे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को राज्यसबा में भारत-चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद पर बयान देंगे। इससे पहले राजनाथ सिंह ने लोकसभा में एनएसी पर चल रहे तनाव पर बयान दिया था। लोकसभा में दिए अपने बयान के दौरान राजनाथ सिंह ने कहा, अप्रैल माह से ही पूर्वी लद्दाख में चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) के जवान अड़े हुए हैं। इसके साथ ही उन्होंने सदन को भरोसा भी दिलाया कि एलएसी की यथास्थिति में किसी भी सूरत में बदलाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। रक्षा मंत्री ने संसद में गलवान घाटी में 15 जून को शहीद हुए 20 भारतीय सैनिकों को भी नमन किया।
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लोकसभा
में
दिए
अपने
बयान
में
राजनाथत
सिंह
ने
कहा
था,
चीन
लद्दाख
में
लगभग
38,000
वर्ग
किमी
क्षेत्र
पर
अवैध
कब्जा
किए
हुए
है।
राजनाथ
सिंह
ने
बताया
कि
मई
के
मध्य
में,
चीन
ने
पश्चिमी
सेक्टर
के
हिस्सों
में
एलएसी
पार
करने
की
कोशिश
की
थी,
इसमें
कोंगका
ला,
गोगरा
और
पैंगॉन्ग
झील
का
उत्तरी
किनारा
शामिल
थे।
किसी
को
भी
देश
की
सीमाओं
की
सुरक्षा
को
लेकर
हमारी
प्रतिबद्धता
पर
शक
नहीं
करना
चाहिए।
उन्होंने
कहा
कि
भारत
मानता
है
कि
पारस्परिक
सम्मान
और
संवेदनशीलता
पड़ोसियों
के
साथ
शांतिपूर्ण
संबंधों
का
आधार
है।
हालांकि गृह मंत्रालय ने चीन सीमा पर किसी भी तरह की घुसपैठ से इनकार किया है। गृह मंत्रालय ने माना कि पाकिस्तान की ओर से अभी भी घुसपैठ की कोशिशें जारी हैं। गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि पिछले छह महीने में भारत-चीन सीमा पर कोई घुसपैठ नहीं हुई। वहीं पाकिस्तान की ओर से फरवरी से अब तक करीब 47 बार घुसपैठ के प्रयास किए गए हैं। केंद्र सरकार की ओर से संसद में दिए गए बयान से सभी हैरान हैं, क्योंकि पिछले 4 महीने से एलएसी पर चीनी घुसपैठ की खबरें आ रही हैं। साथ ही कुछ सैटेलाइट इमेज में चीनी सेना के तंबू भी दिखे थे।