पूर्व पीएम राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर राहुल ने दी श्रद्धांजलि, बोले- उन जैसे देशभक्त का बेटा होने पर गर्व
नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 29वीं पुण्यतिथि पर आज कांग्रेस सांसद और उनके बेटे राहुल गांधी ने उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि दी है। राहुल ने ट्वीट करते हुए लिखा, एक सच्चे देशभक्त,उदार और परोपकारी पिता के पुत्र होने पर मुझे गर्व है।प्रधानमंत्री के रूप में राजीव जी ने देश को प्रगति के पथ पर अग्रसर किया।अपनी दूरंदेशी से देश के सशक्तीकरण के लिए उन्होंने ज़रूरी कदम उठाए।आज उनकी पुण्यतिथि पर मैं स्नेह और कृतज्ञता से उन्हें सादर नमन करता हूँ।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 21 मई 1991 में एक आत्मघाती हमले में हत्या कर दी गई थी। राजीव गांधी 1984 में अपनी मां और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद प्रधानमंत्री बने थे। 1989 तक वो पीएम रहे। 1991 में तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में एक चुनाव अभियान के दौरान एक आत्मघाती हमलावर में बम विस्फोट कर राजीव गांधी की नृशंस हत्या कर दी गई थी।
दूसरे कांग्रेसी नेताओं ने भी राजीव गांधी को श्रद्धांजलि दी है। कांग्रेस पार्टी के ट्विटर हैंडल से उनको याद करते हुए एक वीडियो शेयर किया गया है। कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से लिखा गया, राजीव गांधी - वह व्यक्ति जिसने युवा भारत की नब्ज को महसूस किया और हमें उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर किया। वह आदमी जो युवा और बूढ़ों की जरूरतों को समझता था। जिनसे सभी प्यार करते थे राजीव गांधी ने महिलाओं के सशक्तीकरण और अधिक समान समाज की वकालत करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
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एक सच्चे देशभक्त,उदार और परोपकारी पिता के पुत्र होने पर मुझे गर्व है।प्रधानमंत्री के रूप में राजीव जी ने देश को प्रगति के पथ पर अग्रसर किया।अपनी दूरंदेशी से देश के सशक्तीकरण के लिए उन्होंने ज़रूरी कदम उठाए।आज उनकी पुण्यतिथि पर मैं स्नेह और कृतज्ञता से उन्हें सादर नमन करता हूँ। pic.twitter.com/aDdKMf74wK
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 21, 2020
प्रिंयका गांधी ने अपने पिता को याद करते हुए उनके साथ की एक तस्वीर पोस्ट की है। इसमें उन्होंने लिखा, उनके लिए भी दयालु बनिए जो आपके लिए नहीं थे। अपने जीवन में निष्पक्ष रहें, भले ही आपको यह अनुचित लगे। हमेशा आगे बढ़ते रहें भले ही आगे घना अंधेरा हो या डरावना तूफान। एक मजबूत दिल के लिए उसके अंदर प्यार होना बेहद जरूरी है भले ही अंदर काफी दुख भरा हो। मेरे पिता से मुझे यही उपहार मिला है।