VIDEO: दिल्ली विधानसभा में हंगामा, अकाली MLA ने पगड़ी उतारने का लगाए आरोप
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा सत्र की शुरुआत के पहले दिन ही जोरदार हंगामा देखने को मिला। 1984 सिख दंगों के विरोध में शिरोमणि अकाली दल के विधायक ने हंगामा किया। इस दौरान मार्शल ने विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा और बीजेपी विधायकों को सदन से बाहर कर दिया। मनजिंदर सिंह सिरसा ने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि विधानसभा में स्थगित सदन के दौरान उनके साथ मारपीट की गई। उनकी पगड़ी उतारी गई और उन्हें बाहर भी फेंका गया।
गुरुवार को दिल्ली विधानसभा सत्र में सत्तारूढ़ पार्टी के एक विधायक ने राजीव गांधी को प्रदान किया गया सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न वापस लेने की मांग वाला एक प्रस्ताव पेश किया था। सिरसा ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही इस हालिया प्रस्ताव में कथित बदलाव को लेकर अध्यक्ष राम निवास गोयल को हटाने के लिए नोटिस पेश किया था। जिसके बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया। जिसके बाद स्पीकर ने नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता और जगदीश प्रधान को सदन से बाहर कर दिया गया। इस बीच 15 मिनट के लिए विधानसभा की कार्यवाही स्थगित भी करनी पड़ी।
#WATCH BJP MLAs marshaled out from the Delhi Assembly, reportedly for protesting over 1984 anti-Sikh riots resolution. pic.twitter.com/vtL5Ci13Pc
— ANI (@ANI) January 3, 2019
बीजेपी विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा 'मैं स्पीकर साहब से बात करने गया कि 8,000 सिखों को तेल डालकर मारने का मसला है। कांग्रेस दिल्ली के सिखों की कातिल है, लेकिन स्पीकर साहब ये घोषित करने को तैयार नहीं हैं, क्योंकि आप और कांग्रेस गठबंधन करने की तैयारी कर रही हैं। मार्शल मुझे बाहर जाने के लिए कहते हैं। मेरी पगड़ी हाथ में आ गई। मेरी पगड़ी मत उतारो, मेरी पगड़ी उतारकर मुझे बेइज्जत किया गया। मैं बार-बार कह रहा था मेरी पगड़ी मत उतारो।ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी सिख विधायक की पगड़ी उतारी गई है।
सिरसा ने कहा, दिल्ली विधानसभाो के सदन में मेरी पगड़ी उतारी गई। बाथरूम में पगड़ी ठीक की। विधानसभा में सिखों की बात करना क्या गलत है? वहां सौरभ भारद्वाज और जरनैल सिंह मौजूद थे। मैं बार बार कह रहा हूं कि मेरी पगड़ी न उछाली जाए। आज स्पीकर को बदलने का प्रस्ताव दिया। दिल्ली विधानसभा के स्पीकर रामनिवास गोयल ने सिरसा के मामले को विशेषाधिकार समिति को भेज दिया है। आप विधायक ने अकाली विधायक सिरसा के खिलाफ प्रस्ताव रखा था कि सिरसा के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
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