रजनीकांत अभी नहीं छोड़ रहे राजनीति, वायरल चिट्ठी को बताया फर्जी
नई दिल्ली: हाल ही में सोशल मीडिया पर रजनीकांत की एक चिट्ठी वायरल हुई थी। जिसमें उनके राजनीति छोड़ने से संबंधित बातें कही गईं। जिसके बाद से उनके फैन्स परेशान थे। अब खुद रजनीकांत ने राजनीति छोड़ने की बात का खंडन किया है। साथ ही चिट्ठी को फर्जी बताया है, हालांकि रजनीकांत ने ये स्वीकार किया कि उनका स्वास्थ्य थोड़ा खराब है। जिस वजह से डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है।
तमिल भाषा में ट्वीट करते हुए रजनीकांत ने लिखा कि जो लीक हुई चिट्ठी थी वो मेरी नहीं है, हालांकि उसमें मेरे स्वास्थ्य और डॉक्टरों की सलाह के बारे में जो जानकारी लिखी है, वो सही है। मैं अपने 'मंदरम' के साथियों के साथ इस बारे में चर्चा करूंगा और वक्त आने पर राजनीतिक से संबंधित घोषणा करूंगा। उनके इस ट्वीट से फैन्स ने राहत की सांस ली है। उम्मीद जताई जा रही है कि ठीक होने के बाद वो फिर से सक्रिय राजनीति में आ सकते हैं।
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क्या
था
चिट्ठी
में?
दरअसल
2011
में
रजनीकांत
ने
अपनी
किडनी
का
सिंगापुर
में
इलाज
करवाया
था।
इसके
बाद
उन्होंने
2016
में
अमेरिका
के
एक
अस्पताल
में
किडनी
का
ट्रांसप्लांट
करवाया।
इस
वजह
से
उनकी
इम्युनिटी
पावर
बहुत
ज्यादा
कम
है।
वायरल
चिट्ठी
के
मुताबिक
कोरोना
से
रजनीकांत
को
बड़ा
झटका
लगा
है।
वैक्सीन
आने
के
बाद
भी
उनके
घर
से
निकलने
पर
पाबंदी
रह
सकती
है।
चिट्ठी
में
आगे
लिखा
है
कि
मैं
अपने
जीवन
के
लिए
नहीं
डरता।
मैं
लोगों
के
कल्याण
के
बारे
में
अधिक
चिंतित
हूं।
मेरे
द्वारा
किए
गए
राजनीतिक
परिवर्तन
की
शुरूआत
करने
के
लिए
मुझे
सक्रिय
रूप
से
राजनीतिक
क्षेत्र
में
उतरना
होगा।
इस
बीच
अगर
मेरा
स्वास्थ्य
बिगड़ता
है
तो
नई
चुनौतियों
का
सामना
करना
पड़ेगा।
7
महीने
बाद
राज्य
में
चुनाव
आपको
बता
दें
कि
तमिलनाडु
में
7
महीने
बाद
विधानसभा
के
चुनाव
हैं।
ऐसे
में
माना
जा
रहा
है
कि
रजनीकांत
इसमें
एंट्री
कर
सकते
हैं।
तमिलनाडु
में
पहले
भी
कई
एक्टर-एक्ट्रेस
राजनीति
में
सफलता
पा
चुके
हैं।
रजनीकांत
के
फैन्स
की
संख्या
दक्षिण
भारत
में
बहुत
ज्यादा
है।
इस
वजह
से
रजनीकांत
अभी
राजनीति
छोड़ने
को
लेकर
कोई
फैसला
नहीं
लेना
चाहते
हैं।