राजस्थान के शिक्षामंत्री ने छात्रों को समझाया, न्यूटन से एक हजार साल पहले ब्रह्मगुप्त ने दे दिया था गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत
राजस्थान के शिक्षामंत्री ने छात्रों को समझाया, न्यूटन से 1000 पहले ब्रह्मगुप्त ने दे दिया था गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत
नई दिल्ली। राजस्थान की भाजपा सरकार में शिक्षामंत्री वासुदेव देवनानी का कहना है कि गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत की खोज इसाक न्यूटन ने नहीं ब्रह्मगुप्त ने की थी। उन्होंने कहा कि न्यूटन से एक हजार साल पहले ब्रह्मगुप्त ने गुरुत्वाकर्षण का सिद्धान्त दे दिया था। दुनियाभर के साइंसदाओं को चुनौती देने वाला ये दावा करने वाले वासुदेव देवनानी वसुंधरा राजे सरकार में प्राइमरी एवं सेकंड्ररी एजुकेशन मिनिस्टर हैं।
छात्रों को संबोधित करते हुए बदला 'गुरुत्वाकर्षण का सिद्धान्त'
वासुदेव देवनानी सोमवार को राजस्थान यूनिवर्सिटी के 72वें स्थापना दिवस के मौके पर छात्रों को संबोधित कर रहे थे। देवनानी ने छात्रों से मुखातिब होते हुए कहा कि तीन चार दिन पहले मैंने और आपने पढ़ा है कि न्यूटन का गुरुत्वाकर्षण का नियम न्यूटन ने दिया है। आपको भी यही पढ़ाया जा रहा है और हम भी यही पढ़ते रहे लेकिन ये पूरी तरह से सच नहीं है।
ब्रह्मगुप्त द्वितीय ने दिया गुरुत्वाकर्षण सिद्धान्त
देवनानी ने कहा कि असर गहराई से अध्ययन किया जाए को पता चलेगा कि न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण के बारे में बताने से 1000 साल पहले ही ब्रह्मगुप्त द्वितीय ने गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत दे दिया था। देवनानी ने भाषण के सवाल किया कि ये दुर्भाग्य है कि इसे अभी तक सिलेबस में नहीं जोड़ा गया।
भाजपा सरकारें बदलाव कर इतिहास कर रही ठीक
भाजपा की सरकारों में पाठ्यक्रम में हो रहे बदलाव पर देवनानी ने कहा कि 1 से 12वीं कक्षा तक की किताबों में बदलाव हो रहे हैं। हुए हैं। उन्होंने कहा, राजस्थान में कई वर्षों तक अकबर को महान पढ़ाया गया लेकिन आज अकबर का चैप्टर हटाकर उसकी जगह महाराणा प्रताप का चैप्टर जोड़ा गया है। देवनानी ने कहा कि राजस्थान में गुणवत्तापूर्ण संस्कार प्रदान करने वाली शिक्षा के जो प्रयास सरकार ने किए हैं, उससे देश में कभी 18वें स्थान पर रहने वाला राजस्थान आज शिक्षा में 9वें स्थान पर आ गया है।
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