पश्चिम बंगाल के मजदूर की राजस्थान में संदिग्ध मौत, परिजनों ने कहा हत्या हुई
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के मालदा से राजस्थान में मजदूरी करने आए एक शख्स की संदिग्ध परिस्थितियों में लाश मिलने के बाद परिजनों ने इसे हत्या कहा है। मृतक मजदूर के परिजनों का कहना है कि लाश पर तेजाब से जलाने के निशान थे। इस मामले की सीबीआई जांच करेगी तो सच सामने आएगा। मालदा के चंचोल थाने के स्वरूपनगर गांव का रहने वाला शाकिर अली पेशे से मजदूर था और राजस्थान में काम के लिए आया था। उसकी लाश जयपुर में संदिग्ध हालत में मिली थी।
शाकिर के शरीर पर चोट और जलाने के निशान
शुक्रवार को स्वरूपनगर में शाकिर का अंतिम संस्कार किया गया। शाकिर को दफनाने के बाद उसके भाई ने कहा कि राजस्थान पुलिस मामले को खत्म करने के लिए इसे आत्महत्या कह रही है लेकिन सच ये नहीं है। शाकिर के भाई ने कहा कि हमने शाकिर के शरीर को देखा है और हमें लगता है कि उसकी हत्या हुई है। जिस तरह से चोट के निशान उसके शरीर पर थे, वो आत्महत्या या दुर्घटना के नहीं लगते।
मौत की सीबीआई जांच हो
शाकिर के परिजनों ने कहा कि राजस्थान पुलिस तो सिर्फ मामले में लीपापोती ही करेगी, ऐसे में वो चाहते हैं कि सीबीआई इसकी जांच करे। परिजनों का कहना है कि दस-ग्यारह लोगों के साथ शाकिर किराए के कमरे में रहता था तो आखिर ऐसा कैसे मुमकिन है कि किसी को कुछ नहीं पता। वहीं ये सब अब गायब भी हैं तो साफ है कि इस मामले में कुछ ना कुछ छुपाया जा रहा है।
दिसंबर में हुई थी राजस्थान में बंगाली मजदूर की नृशंस हत्या
पश्चिम बंगाल के मजदूर अफराजुल की राजस्थान के राजसमंद में पिछले साल 6 दिसंबर को शंभूलाल रैगर नाम के शख्स ने नृशंस हत्या कर दी थी। इसने अफराजुल की धारदार हथियारों से हत्या कर लाश को जला दिया गया था। शंभूलाल ने हत्या का वीडियो बनाया था और उसे सोशल मीडिया पर बड़े गर्व के साथ पोस्ट भी किया था। इसे उसने लव जिहाद का मामला कहा था। शंभूलाल के समर्थन में राजस्थान में हिंसा भी हुई थी। इस घटना के बाद से बंगाल के मजदूरों में एक भय का माहौल बना हुआ है। शंभूलाल अभी जेल में है।
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