'जब आप थैंकलैस जॉब को चुनते हैं' ट्रांसफर के बाद राजस्थान IPS का ट्वीट वायरल, कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर करवाया था लाठीचार्ज
'जब आप थैंकलैस जॉब को चुनते हैं' ट्रांसफर के बाद राजस्थान IPS का ट्वीट वायरल, कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर करवाया था लाठीचार्ज
जयपुर: राजस्थान के कोटा के एसपी गौरव यादव अपने एक ट्वीट को लेकर चर्चा में आ गए हैं। आईपीएस ऑफिसर गौरव यादव (IPS officer Gaurav Yadav) का वायरल हुआ ट्वीट उनके ट्रांसफर के बाद किया गया है। उनके ट्वीट से एक अलग ही बहस छिड़ गई है। सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं कि आईपीएस गौरव यादव का तबादला इसलिए किया गया है कि क्योंकि उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करवाया था। गौरव यादव ने अपने ट्वीट में लिखा है, ''जब आप एक थैंकलैस जॉब को चुनाव करते हैं तो अगर कोई आपको शुक्रिया ना कहे, तो आपको दुखी होने की कोई जरूरत नहीं है। तारीफ और तालियों का पीछा करना पागलपन है।''
IPS गौरव यादव बोले- मेरे ट्वीट का ट्रांसफर से कोई कनेक्शन नहीं
हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक IPS गौरव यादव ने कहा है कि उनके ट्वीट का उनके ट्रांसफर से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा, ''मैंने ये ट्वीट नॉर्मल तरीके से किया है, इसे तबादले से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। असल में मेरे एक बैचमेट दोस्त ने मुझे ये लाइनें भेजी थीं, जो मुझे अच्छा लगेगा तो मैंने शेयर कर दिया।''
गौरव यादव को जयपुर के क्राइम ब्रांच (CID CB) में ट्रांसफर कर दिया गया है। गौरव यादव का ट्रांसफर कोटा में मेयर चुनाव से पहले 10 नवंबर को कांग्रेसियों पर पुलिस के लाठीचार्ज के नौ दिन बाद हुआ है। राजस्थान सरकार ने इस सप्ताह के शुरू में गौरब का तबादला कर दिया और IPS अधिकारी डॉ. विकास पाठक को शहर का नया एसपी नियुक्त किया है।
जानें क्या है कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज का पूरा मामला?
राजस्थान के कोटा में 10 नवंबर को नगर निगम के चुनाव थे। इस दौरान पार्षदों को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में टक्कर थी। वोटिंग के दौरान जब बीजेपी पार्षद बस में सवार होकर मध्य प्रदेश से कोटा पहुंचे तो वहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया था। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बीजेपी नेता और पार्षद को जबरदस्ती बसों से निकलवााय था। पुलिस ने मामले को शांति से सुलझाने की कोशिश की थी लेकिन जब माहौल शांत नहीं हुआ तो फिर पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज होने के बाद एसपी के खिलाफ जिले में जांत की मांग हुई। जांच के लिए शहरी विकास मंत्री शांति धारीवाल ने एक कमेटी भी बनाई। जिसके बाद गौरव यादव का ट्रांसफर कर दिया गया।