राजस्थान: बीजेपी को नए अध्यक्ष की तलाश, देवी सिंह भाटी ने कही ये बड़ी बात
बीजेपी के कद्दावर नेता देवी सिंह भाटी ने वसुंधरा खेमे की तरफ से गजेंद्र सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और कहा है कि ऐसा व्यक्ति अध्यक्ष बनेगा तो बीजेपी को चुनाव में नुकसान हो सकता है।
नई दिल्ली। राजस्थान में बीजेपी ने अपने प्रदेश अध्यक्ष को तो हटा दिया लेकिन नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति टेढ़ी खीर साबित हो रही है। पार्टी मुखिया की कुर्सी को लेकर मच रहे सियासी घमासान के बीच पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी ने अध्यक्ष पद के दो दावेदारों पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि गजेंद्रसिंह शेखावत को सांसद बनने से पहले कौन जानता था? उनको अध्यक्ष बनाने से पार्टी को फायदे के बजाय नुकसान होगा। वहीं भाटी ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पर भी निशाना साधा। उनका कहना था कि मेघवाल के कहने से कोई दलित भाजपा को वोट नहीं देगा। देवी सिंह भाटी ने प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर से भी मुलाकात की थी।
गजेंद्र सिंह के खिलाफ मोर्चा
बीजेपी के कद्दावर नेता देवी सिंह भाटी ने वसुंधरा खेमे की तरफ से गजेंद्र सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और कहा है कि ऐसा व्यक्ति अध्यक्ष बनेगा तो बीजेपी को चुनाव में नुकसान हो सकता है। देवी सिंह भाटी ने कहा कि गजेंद्र सिंह जोधपुर तक सीमित एक ऐसे नेता हैं, जिनकी छवि जाट विरोधी है। ऐसे में उन्हें अध्यक्ष बनाए जाने पर राजपूतों को खुश करने के चक्कर में दूसरी जातियां नाराज हो जाएंगीं। अर्जुन मेघवाल पर निशाना साधते हुए भाटी ने कहा' मेघवाल के कहने से 100 दलित बीजेपी को वोट नहीं देंगे।' वहीं केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने खुद का राजस्थान बीजेपी चीफ की रेस से बाहर बताया है।
किसी ब्राह्मण या वैश्य समाज से अध्यक्ष पर सहमति बनाने की मांग
जाट नेताओं का तर्क है कि अगर राजपूत को अध्यक्ष बनाया जाता है तो विधानसभा चुनाव में पार्टी से जुड़े जाट वोटों को जोड़े रखना मुश्किल हो जाएगा। पार्टी में यह बात भी उठ रही है कि संगठन को मजबूती देने के लिए गैर जाट, गैर राजपूत, गैर एससी के अलावा अन्य जाति के नेता को प्रदेश अध्यक्ष के पद पर बैठाया जाए। ऐसे में किसी ब्राह्मण या वैश्य समाज से अध्यक्ष पर सहमति बनाने की मांग भी उठ रही है। खुद की वरिष्ठता को मुद्दा बनाकर प्रदेश के कई राजपूत नेता भी गजेंद्र सिंह स्वीकार करने के मूड में नहीं हैं। इसी रस्साकसी के कारण केंद्रीय नेतृत्व और प्रदेश नेतृत्व में अध्यक्ष के नाम को लेकर एकराय नहीं बन पा रही है।
राजस्थान बीजेपी इस समय बिना अध्यक्ष के है
राजस्थान में दिसंबर में चुनाव होने हैं, लेकिन राजस्थान बीजेपी इस समय बिना अध्यक्ष के है। प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी से 4 दिन पहले इस्तीफा ले लिया गया, लेकिन कोई भी अध्यक्ष नहीं बन पाया है। नए अध्यक्ष को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह के नाम की चर्चा है, लेकिन बीजेपी उसकी भी घोषणा नहीं कर पा रही है।
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